सत्ता लोलुपो के कारण देश 4 साल बाद आजाद हुआ : पारस जैन

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) आजाद हिन्द पेनल द्वारा प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी राष्ट्रवीर क्रांतिकारी नेताजी सुभाषचंद बोस की 122वीं जयंती के अवसर पर आगर रोड तिराहा स्थित चरक हॉस्पिटल के पास नेताजी की प्रतिमा पर २३ जनवरी को प्रात: 9 बजे विधायक पारसचन्द जैन, नगर निगम महापौर मीना जोनवाल के करकमलों द्वारा माल्यार्पण कार्यक्रम संपन्न हुआ।
उक्त जानकारी आजाद हिन्द पेनल के अध्यक्ष डॉ. घनश्याम शर्मा ने देते हुए बताया कि माल्यार्पण कार्यक्रम के बाद कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों की संख्या में राष्ट्रभक्तों ने राष्ट्रीय गान जन-गण-मन अधिनायक जय है…. का गान किया। कार्यक्रम को विधायक पारस जैन ने संबोधित करते हुए कहा कि भारत देश सन 1943 में स्वतंत्र होकर आजाद हिन्द सरकार का गठन के साथ विश्व के 7 देशों ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस को देश का पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर आजाद हिन्द सरकार को अस्तित्व में लाने की घोषणा की थी, कुछ सत्ता लोलुप लोगों के कारण स्वतंत्रता में देरी हुई ओर आजाद हिन्द सरकार का अस्तित्व पर प्रश्न लगाये गये। देश 1947 में आजाद हुआ। स्वतंत्रता नेताजी सुभाषचद्र बोस फेस जैसे क्रांतिवीरों के कारण ही मिली है, जिसका हमें स्मरण रहना चाहिए। महापौर श्रीमती मीना जोनवाल ने अपने संबोधन में कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस के पिताजी उन्हें आईपीएस सिविल सेवा के पदाधिकारी के रूप में देखना चाहते थे किन्तु नेताजी में माँ भारती को आजाद कराने के लिये स्वतंत्रता भरी पड़ी थी, उसी के कारण उन्होंने देश को स्वतंत्र कराने हेतु आईपीएस व सिविल सेवा को ठोकर मारकर स्वतंत्रता के आंदोलन से जुड़े और स्वतंत्रता आंदोलन के जननायक कहलाए। पूर्व विकास प्राधिकरण अध्यक्ष जगदीश अग्रवाल ने अपने संबोधन में कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस में कूटनीतिक व सैन्य सहयोग कूट-कूट कर भरा था, उन्होंने आजाद हिन्द सेना के माध्यम से इसका पूरा उपयोग करते हुए दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापानियों को आत्मसमर्पण के लिये मजबूर कर दिया ओर देश आजाद हुआ। भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी ने कहा कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने अपनी सरकार के माध्यम से ब्रिटिश शासन को यह महसूस करवा दिया कि भारत को स्वतंत्रता देना ही पड़ेगी। देश के युवाओं को नेताजी से प्रेरणा लेना चाहिए। कार्यक्रम को पूर्व पार्षद शिवेन्द्र तिवारी ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में रजाअली सिद्धिकी, राकेश राव, पत्रकार राजेन्द्र राठौर, लालचंद कुशवाह, खोजेमा खंडवावाला, जितेन्द्र भाटी, धर्मेन्द्र परिहार, बालमुकुन्द मीणा, ठेकेदार नीलेश अग्रवाल (भाया), रोहित विश्वाडिया, शंकरलाल दग्दी, शुभम शर्मा, भुवनेश शर्मा, निश्चय शर्मा, पं. विजय दीक्षित आदि के साथ राष्ट्रभक्त नागरिक उपस्थित थे। संचालन डॉ. घनश्याम शर्मा ने किया व आभार जितेन्द्र भाटी ने माना।