बेटी को कोख में मारने वाले भी लाड़ली बहना का पैसा लेना चाहते हैं – पं. सुलभ गुरु

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) घर में बेटी का जन्म हो तो समझो अनेक जन्मों का आपका पुण्य फल जागृत हुआ है। जो इसे सौभाग्य ना समझें उसका दुर्भाग्य। बेटी अपने साथ में पिता और पति दोनों की ख़ुशहाली सुख और संपत्ति साथ लाती है। बेटी का जन्म आपके भाग्य का उदय और आने वाले जीवन की ख़ुशहाली का संकेत है। और ऐसे सौभाग्य को गर्भ में ही मार देना भगवान से मिलने वाली हर कृपा के द्वार को स्वयं बंद कर लेना जैसा है बाहर की हत्या और भीतर की हत्या दोनों एक जैसी है बाहर की हत्या की सज़ा तो प्रत्यक्ष है लेकिन भीतर की हत्या की सजा जब वो अप्रत्यक्ष देता है तो फिर किसी प्रकार की जिरह भी काम नहीं आती है।

यह उदगार सामाजिक न्याय परिसर में श्री बाल हनुमान आयोजन समिति एवं करुणा आश्रय सेवा न्यास के तत्वावधान में आयोजित श्री राम कथा के तृतीय दिवस बुधवार को श्री राम कथा मर्मज्ञ पंडित सुलभ शांतु गुरु महाराज ने कथा दौरान व्यक्त किए। महाराज श्री ने कहा बेटी को कोख में मारने वाले लाड़ली बहना योजना में मिलने वाले पैसे को लेना चाहते है। बेटी नहीं पर बेटी का पैसा ज़रूर चाहिये। आज मनुष्य पैसे की दौड़ में आँख वाले होते हुए भी अंधे हुए जा रहे हैं। पैसे के शिखर पर पहुँचने के लिए यह भी नहीं देखते कि रास्ता कैसा है। मंज़िल महत्वपूर्ण हो गई रास्ता कैसा भी हो कहीं भी हो कुछ भी करना पड़े। पहले के समय में और आपके दौर में यह बड़ा विशेष अंतर आ गया पहले सम्मान संबंध सत्य का महत्व था लेकिन अब पैसा ही सब कुछ हो गया है। अत्याचार अनाचार दुराचार भ्रष्टाचार कुछ भी करना पड़े पैसे के लिए करने को तैयार हैं पैसे के लिए बहुमूल्य जीवन अनमोल रिश्ते और यहाँ तक की अहेतु से प्रेम करने वाले भगवान को भी गंवा रहे हैं। महाराज श्री ने कहा की धर्म पीठ पर बैठे हुए व्यक्ति को अपने आचार विचार व्यवहार से सभी को रहा मिले ना की राह चलते भटक जाए ऐसा कोई उपदेश संदेश नहीं देना चाहिए। समाज को कर्मशील बनाना दायित्व है धर्म पद पर आसीन व्यक्ति का ना कि अकर्मण्य बनाना। स्वार्थ के लिए लिए जुटी सीख देना। प्रलोभन देकर भीड़ बनाना। यह ठीक नहीं राह देना काम में भटकाना नहीं। सामाजिक न्याय परिसर में प्रतिदिन सांय 4 से 7 बजे तक कथा हो रही है। जिसे श्रवण करने बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। कथा स्थल पर 21 फीट लंबी लकड़ी की चरणों का भी स्थापित की गई है। आयोजन समिति ने शहर की धर्म प्राण जनता से शिव की नगरी में हो रहे श्री राम जी के इस उत्सव में शामिल होने का अनुरोध किया है।