थर्ड लेयर से बचने के लिए जन स्वास्थ्य रक्षकों का सदुपयोग करे सरकार – डॉ अवधेशपुरी महाराज

उज्जैन,(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)  मध्यप्रदेश सरकार द्वारा पूर्व प्रशिक्षित 52000 जन स्वास्थ्य रक्षकों को  पुनः प्रशिक्षित करके , राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन से जोड़कर , ग्राम आरोग्य केंद्रों पर  ” स्वास्थ्य मित्र ” के रूप में सदुपयोग करें ।
          आपका मानना है कि ऐसा करने से वर्तमान में प्रदेश सरकार द्वारा  करीब 35000 बेरोजगार जन स्वास्थ्य रक्षकों को कंकर से शंकर बनाया जा सकता है । इस कार्य के लिए सरकार को अलग से इंफ्रास्ट्रक्चर एवं अतिरिक्त व्यय की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी। तीसरी लहर में यह कोरोना योद्धा बनकर लाखों लोगों की जान बचाने में सहयोग प्रदान कर सकते हैं ।
     डॉ अवधेश पुरी जी महाराज ने बताया कि प्रदेश सरकार के अब तक के प्रयास प्रशंसनीय हैं । कोविड-19 की तीसरी लहर को लेकर प्रदेश सरकार एवं हम सभी आशंकित एवं चिंतित हैं ।
     मैं एक शिक्षित संत होने के नाते  लोक कल्याण एवं सरकार के यशस्वी भविष्य की मंगल कामना करते हुए आपका ध्यान एक नवाचार की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ और वह नवाचार है पूर्व प्रशिक्षित जन स्वास्थ्य रक्षकों को पुनः प्रशिक्षित करना एवं एवं उनका उपयोग करना ।
         सन 1995 से 2003 के मध्य प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा करीब 52000 जन स्वास्थ्य रक्षकों को प्रशिक्षित किया गया था 4 मार्च 2008 में इनका जनहित में सहयोग करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य आयुक्त श्रीमती अल्का उपाध्याय की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था । समिति के प्रस्तावों पर दो महत्वपूर्ण आदेश भी जारी किए गए थे ,  पहला आदेश जन स्वास्थ्य रक्षकों को डिपो होल्डर बनाना तथा दूसरा आदेश टीकाकरण के कार्यक्रम में सहयोगी बनाना । सन 2018 में स्वास्थ्य संवर्धन बोर्ड का गठन कर इन के सदुपयोग  की योजना बनाई गई किंतु आश्चर्य की बात है कि अभी तक इन प्रशिक्षित जन स्वास्थ्य रक्षकों का सदुपयोग नहीं हो पाया है ।  सरकार चाहे तो महामारी के इस भीषण समय में इनका उपयोग कर सकती है ।