महाकाल मंदिर में यह कैसा विकास है……बिना किसी जानकारी के अचानक तोडा प्राचीन बाबा बाल बाल हनुमान मंदिर का सभा मंडप

उज्जैन,(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) मुख्यमंत्री ने कहा था कि मंदिर के लिए जमीन की कमी नहीं आने देंगे तो क्या जगह कम पड़ गई, इसीलिए विकास के नाम पर मंदिर को तोड़ कर रास्ता निकाल ने जा रहे हैं,प्रशासनिक अधिकारियों की हठधर्मिता से  भक्तों की भावनाओ के साथ खिलवाड़ हो रहा है |
 
महाकालेश्वर मंदिर स्थित अति प्राचीन व मनमोहक बालस्वरूप में विराजित जय श्री बाबा बाल विजय मस्त हनुमान मंदिर के सभा मंडप को विकास के नाम पर आज गुरुवार को  मंदिर प्रशासन ने गुंडों के मकान की तरह बिना किसी को जानकारी दिए अचानक अमले को लाकर तोड़ दिया, जिससे भक्तों की भावना आहत हुई है वर्षों से मंदिर के समा मंडप में रामचरितमानस का पाठ अनवरत रूप से होता आ रहा है यहां तक की दूरदराज से आने वाले महाकाल भक्त भी रामचरितमानस का पाठ जब भी महाकाल को सुनाना चाहते तो इसी हनुमान मंदिर में रामायण का पाठ व रामचरितमानस की चौपाई भक्त मंडल के साथ बैठकर बिना किसी विघ्न के वर्षों से सुनाते आ रहे हैं साथ ही महाकालेश्वर प्रांगण में बाबा बाल विजय मस्त हनुमान के शहर में हजारों भक्त हैं जो नित्य महाकाल के दर्शन के साथ उनका भी दर्शन करते हैं और अपने को धन्य पाते हैं प्रशासन को उन सब की भावना का ध्यान रखना था विकास अपनी जगह है विकास के लिए मंदिर के बाहर बहुत जगह है पर प्रशासन चाहे जितना विकास कर सकता है लेकिन प्राचीन और पौराणिक मंदिरों को बिना किसी विद्वत जन साधु संत व भक्तों के सामंजस में लिए बिना तोड़ना एक तरह का घोर व निंदनीय अपराध है |  सभी हनुमान भक्तों ने इस कार्रवाई का कड़ा विरोध किया है |