अयोध्या में राम मंदिर के लिए संसद में कानून बनाने की मांग विहिप ने सांसद जटिया को ज्ञापन देकर कानून बनाने में मांगा सहयोग

उज्जैन। करीब 500 वर्षों से अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भगवान श्रीराम का मंदिर निर्माण के लिए संघर्ष कर रहा हिंदू समाज अब सोमनाथ के मंदिर की तर्ज पर सरकार से संसद में कानून बनाकर राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण करवाने की मांग कर रहा है। विश्व हिन्दू परिषद् ने राज्यसभा सांसद सत्यनारायण जटिया को ज्ञापन देकर मांग की कि अयोध्या में रामजन्म भूमि पर राम मन्दिर के निर्माण हेतु संसद में कानुन बनाकर श्रीराम मन्दिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करें।
विहिप जिलाध्यक्ष अशोक जैन के अनुसार हिंदू समाज 1528 से ही श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर के लिये निरंतर संघर्ष कर रहा है। इसके समाधान के लिए कई बार वार्ताओं के प्रयास हुए जो हर बार असफल सिध्द हुए। 1528 से न्यायपालिका में भी प्रयास चल रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय में विरोधी पक्ष ने मूल मुकदमें की सुनवाई टालने के लिए हर प्रकार की चालें चली और उसमें वह सफल होते हुए भी दिखे। सर्वोच्च न्यायालय ने 100 करोड़ हिंदूओं की भावनाओं को ध्यान में न रखकर राम जन्मभूमि मामले की सुनवाई प्राथमिकता में न रखते हुए टाल दी। इससे हिंदू समाज की आशाएं धूमिल हुई। श्रीराम जन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण हिंदू समाज का 1528 से ही दृढ़ संकल्प रहा है। अनावश्यक विलंब हिंदू समाज के धैर्य की परीक्षा ले रहा है और अब वर्तमान परिस्थिति में संतों और समाज को इसके समाधान का एक ही मार्ग दिखाई दे रहा है कि सोमनाथ के मंदिर की तर्ज पर सरकार संसद में कानून बनाकर राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करें। विश्व हिन्दू परिषद् के प्रतिनिधि मण्डल में साध्वी हेमलता दीदी, विहिप प्रांत कार्यकारी अध्यक्ष अनिल कासलीवाल, प्रान्त संगठन मंत्री ब्रजकिशोर भार्गव, प्रान्त धर्माचार्य प्रमुख महेश तिवारी, सन्त अवधेश गिरी महाराज, जिलाध्यक्ष अशोक जैन, विभाग मंत्री विनोद शर्मा, जिलामंत्री मनीष रावल, एबीवीपी के प्रांतीय अधिकारी धर्मेन्द्रसिंह राजपूत ने राज्यसभा सांसद सत्यनारायण जटिया को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि मालवा प्रदेश की राम भक्त जनता एवं संत समाज आपसे अनुरोध करता है कि रामभक्त जनता की भावनाओं को केन्द्र सरकार तक पहुंचाने के साथ ही कानून बनाने में सहभागी बने।