श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति की नई व्यवस्था, अब वीआईपी पास में बारकोड दिया जायेगा, शिवनवरात्रि पर्व 29 फरवरी से 9 मार्च तक, कलेक्टर ने गत वर्षानुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के दिये निर्देश

उज्जैन 15 फरवरी।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) कलेक्टर एवं अध्यक्ष श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति नीरज कुमार सिंह की अध्यक्षता में महाशिवरात्रि के दौरान की जाने वाली व्यवस्थाओं के लिये बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में कलेक्टर ने सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि गत वर्षानुसार व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाये। जहां कुछ बदलाव करना है, उसकी प्लानिंग की जाये। पर्व के एक दिन पूर्व बेरिकेटिंग की जाये। इस बार वीआईपी पास में बारकोड दिया जायेगा। उन्होंने निर्देश दिये कि मन्दिर के आसपास ठेले आदि की दुकानें हटाई जाये। जिन विभागों को जिम्मेदारियां दी गई है, वे गंभीरता से समय पर काम किया जाना सुनिश्चित करें। उल्लेखनीय है कि श्री महाकालेश्वर मन्दिर में महाशिवरात्रि पर्व पर गत वर्ष की भांति इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी। इसलिये श्रद्धालुओं को सुगम दर्शन हों, इसके लिये सुव्यवस्थित व्यवस्थाएं करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक में महापौर मुकेश टटवाल, मन्दिर प्रबंध समिति के सदस्य प्रदीप गुरू, राजेन्द्र शर्मा, पुरोहित समिति के सदस्य अशोक शर्मा, नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक, प्रशासक संदीप सोनी, एडीएम अनुकूल जैन तथा सम्बन्धित विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित थे।
बैठक में प्रशासक संदीप सोनी ने पॉवर पाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से पर्व के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि 8 मार्च को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जायेगा। श्री महाकालेश्वर मन्दिर में 29 फरवरी से 9 मार्च तक शिवनवरात्रि पर्व मनाया जायेगा। इसके अन्तर्गत प्रतिदिन प्रात: 9 बजे से दोपहर एक बजे तक भगवान महाकाल का विशेष पूजन किया जायेगा। उक्त समय में श्रद्धालुओं को गर्भगृह में प्रवेश पूर्णत: प्रतिबंधित रहेगा। संध्याकाल में भगवान श्री महाकालेश्वर को वस्त्र धारण कराया जाकर विशेष श्रृंगार किया जायेगा। शिवनवरात्रि पर्व में 9 मार्च को दोपहर में भस्म आरती होगी। इस दौरान भस्म आरती में चलायमान व्यवस्था पर प्रतिबंध रहेगा। 9 मार्च को प्रात: सेहरा आरती, सेहरा उतारना, दोपहर 12 से 2 बजे भस्म आरती, दोपहर 2.30 से 3 बजे भोग आरती, भोग आरती उपरांत ब्राह्मण भोज रहेगा। इसी दिन संध्या पूजन तत्पश्चात संध्या आरती के बाद रात्रि 10.30 बजे शयन आरती और रात्रि 11 बजे पट मंगल होंगे।
श्रद्धालुओं की प्रवेश तथा निर्गम व्यवस्था
श्री महाकालेश्वर मन्दिर में आगन्तुक श्रद्धालुओं के दर्शन की व्यवस्था हेतु नृसिंह घाट तिराहे पर स्थित गंगोत्री गार्डन से मन्दिर में प्रवेश हेतु द्वार निर्धारित किया जायेगा। आगन्तुक समस्त श्रद्धालु उक्त द्वार से प्रवेश कर चारधाम मन्दिर पानी की टंकी वाले मार्ग से त्रिवेणी संग्रहालय की ओर, त्रिवेणी संग्रहालय से नन्दी मण्डपम, महाकाल लोक, मानसरोवर भवन में प्रवेश कर फेसिलिटी सेन्टर-1, नवीन टनल, कार्तिक मण्डपम, गणेश मण्डपम से दर्शन कर सकेंगे। दर्शन उपरान्त गेट नम्बर-10 तथा आपातकालीन निर्गम द्वार से बड़ा गणेश मन्दिर से दाहिनी ओर पुराने अन्नक्षेत्र से हरसिद्धि पाल से हरसिद्धि चौराहा से झालरिया मठ के रास्ते बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे।
भस्म आरती में पंजीयनधारी श्रद्धालुओं के प्रवेश सम्बन्धी व्यवस्था मानसरोवर भवन एवं गेट नम्बर-1 से निर्धारित रहेगी। विशिष्ट तथा अतिविशिष्ट श्रद्धालुओं के प्रवेश की व्यवस्था निर्माल्य द्वार से रहेगी। पर्व पर वीआईपी, मीडिया तथा पुजारी-पुरोहित का प्रवेश बेगमबाग के वीआईपी गेट से प्रवेश रहेगा।
पार्किंग व्यवस्था
समस्त वाहनों के लिये कर्कराज पार्किंग तथा दुपहिया व प्रशासनिक वाहनों हेतु कलोता समाज धर्मशाला पर पार्किंग व्यवस्था रहेगी। इन्दौर से आने वाले वाहनों की पार्किंग रूद्राक्ष होटल के दाहिनी ओर, शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज तिराहे आदि पर, हरिफाटक ब्रिज के नीचे हाट बाजार तथा मन्नत गार्डन पर पार्किंग रहेगी। देवास, मक्सी, आगर रोड से आने वाले वाहनों की पार्किंग व्यवस्था इंजीनियरिंग कॉलेज के मैदान व प्रशांतिधाम पार्किंग पर होगी। बड़नगर, नागदा रोड से आने वाले वाहनों की पार्किंग मुल्लापुरा उपार्जन केन्द्र, कार्तिक मेला पार्किंग, आदिनाथ जैन पार्किंग, उदासीन अखाड़ा, निर्मोही अखाड़ा पर होगी।
बैठक में मन्दिर परिसर के आसपास की साफ-सफाई, चलित शौचालय, पेयजल, जूता स्टेण्ड व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था, पीए सिस्टम व खोया-पाया केन्द्र, दिशा सूचक बोर्ड, एलईडी व सीसीटीवी की व्यवस्था, बैरिकेटिंग व्यवस्था, अतिक्रमण हटाने, अस्थाई फायर स्टेशन, अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने, विद्युत आपूर्ति, खाद्य पदार्थ एवं प्रसाद वितरण सामग्री के परीक्षण की व्यवस्था के बारे में भी दिशा-निर्देश दिये गये।