भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में टिकट और डैमेज कंट्रोल पर चर्चा, नेगेटिव रिपोर्ट वाले विधायकों के टिकट कटना तय

भोपाल।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा चुनाव प्रबंधन और प्रत्याशियों के चयन में कांग्रेस पर बढ़त बनाए हुए है। गुरुवार को भोपाल में भाजपा कोर कमेटी की बैठक हुई। बैठक में चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद पटेल, ज्योतिरादित्य सिंधिया, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा शामिल हुए।

भाजपा ने चार सूचियों में 230 सीटों पर 136 प्रत्याशियों के नाम का अब तक एलान कर दिया है। अभी 94 प्रत्याशियों के टिकट घोषित किए जाने बाकी हैं। इसमें 67 भाजपा विधायकों के साथ ही बाकी हारी सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय होना है। कोर कमेटी की बैठक में मौजूदा विधायकों की सर्वे रिपोर्ट को सामने रखकर चर्चा की गई। इसमें आठ मंत्री भी शामिल हैं।

वहीं सूत्रों की मानें तो केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने चुनाव लड़ने से मना कर दिया है। वे सभी सीटों पर चुनाव प्रचार करेंगे। सिंधिया के शिवपुरी से चुनाव लड़ने की अटकलें लग रही थीं। इसके अलावा सांसद और केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र खटीक ने भी विधानसभा का चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है। खजुराहो से सांसद और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार की भी चर्चा है। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा चुनाव नहीं लड़ेंगे। इसके अलावा कविता पाटीदार को भी महू से चुनाव लड़ाने की चर्चा है।

भाजपा ने मौजूदा विधायकों के कामकाज, क्षेत्र में उनकी सक्रियता, छवि समेत कई मानदंडों पर सर्वे कराया है। इसमें उनकी जीतने की संभावना भी देखी गई है। इसमें नेगेटिव रिपोर्ट वाले विधायकों के टिकट कटना तय माना जा रहा है। इसमें दो दर्जन से अधिक विधायकों के नाम शामिल होने की बात कही जा रही है। ऐसे में भाजपा की पांचवी सूची में कई विधायकों के टिकट कट सकते है। ऐसे में कमेटी में डैमेज कंट्रोल को लेकर भी चर्चा की गई। ताकि पार्टी में किसी भी प्रकार के विरोध और बगावत को रोकने की पहले से तैयारी रहे।

बैठक में कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री गोपाल भार्गव की तरफ से दिए गए बयानों को भी गंभीरता से लिया गया। बैठक में इस तरह के बयानबाजी को लेकर सोच समझकर बयान देने की हिदायत दी गई। बता दें, कैलाश विजयवर्गीय और मंत्री गोपाल भार्गव ने अपने बयान से मुख्यमंत्री की रेस में शामिल होने के संकेत दिए थे। इससे दूसरे क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में गलत संदेश गया था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी का अभी सिर्फ एक मकसद किसी भी तरह चुनाव जीतना है। बैठक में प्रचार अभियान को तेज करने की रणनीति भी बनाई गई।

नवरात्र में अगली सूची

भाजपा केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक 15 अक्टूबर को होना है। इसी दिन से नवरात्र शुरू हो रहे हैं। माना जा रहा है कि बैठक के बाद भाजपा की अगली सूची आएगी। बता दें कि भाजपा चार सूचियों में 136 नाम तय कर चुकी है, 94 सीटों पर टिकट तय होना बाकि हैं।