महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान का 37वा स्थापना दिवस का शुभारम्भ

उज्जैन 29 अगस्त।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान का 37वे स्थापना दिवस समारोह का शुभारम्भ सरस्वती पूजन एवं दीप प्रज्वलन के साथ मंगलवार को हुआ। इस समारोह के प्रथम दिवस के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि महन्त श्यामगिरीजी महाराज (श्यामधाम आश्रम, उज्जैन) रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान के उपाध्यक्ष प्रो.प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने की। श्री श्यामगिरीजी महाराज ने अपने उद्बोधन में वेदों को समाज की रीढ़ बताया है। प्रो.प्रफुल्ल कुमार मिश्र ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में वेदों को मानवीय मूल्यों तथा ज्ञान का मूलाधार बताया। प्रतिष्ठान के सचिव प्रो.विरूपाक्ष वि.जड्डीपाल ने अतिथियों का स्वागत करते हुए सम्पूर्ण कार्यक्रम की रूपरेखा का परिचय देते हुए कहा कि यह संस्था भारत के हृदय में स्थित है और इसके माध्यम से वेद का प्रकाश देश के कोने-कोने में सुदूर स्थित ग्रामीण अंचलों तक प्रसारित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज से 37 वर्ष पूर्व हमारे पूर्वजों ने संसार की प्राचीनतम धरोहर वेद विद्या की क्षीण हो रही परम्परा को देखते हुए प्रतिष्ठान रूपी बीज का रोपण किया था, जो आज विशाल वटवृक्ष के रूप पल्लवित हो रहा है। उद्घाटन सत्र के समापन के अवसर पर प्रतिष्ठान के सहायक निदेशक संजय श्रीवास्तव ने आभार व्यक्त किया तथा संचालन डॉ. वेणुधर दाश ने किया।
इस कार्यक्रम में पाठशालाओं के छात्र विविध राज्यों से उपस्थित हैं। त्रिदिवसीय कार्यक्रम आयोजन 28 से 30 अगस्त तक किया जा रहा है। इसमें चतुर्वेद वेदान्त्याक्षरी स्पर्धा, वेद संदेश यात्रा, वैदिक प्रश्नोत्तरीय स्पर्धा, चतुर्वेद शलाका स्पर्धा, व्याख्यान तथा विविध सांस्कृतिक कार्योक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। प्रतिष्ठान द्वारा आयोजित अनेक स्पर्धाओं में सहभागिता करने के लिए सम्पूर्ण देश में संचालित वेद पाठशालाओं/गुरु-शिष्य इकाईयों में अध्ययनरत बटुको एवं मूर्धन्य वैदिकजन एकत्र हुए हैं।