पार्किंग शुल्क के नाम पर श्रद्धालुओं से होती है बदतमीजी,स्वर्णिम भारत मंच ने धर्म संस्कृति मंत्री व कलेक्टर से की मांग, मंदिरों के बाहर पार्किंग ठेका खत्म किया जावे  

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) महाकाल की नगरी में मंदिरों के बाहर दिए गए पार्किंग ठेके खत्म करने की मांग स्वर्णिम भारत मंच ने धर्म संस्कृति मंत्री व कलेक्टर से की है। मंच ने सख्त रवैया अख्तियार करते हुए चेतावनी भी पार्किंग ठेकेदारों को दी है कि धार्मिक नगरी उज्जैन में बाहर से श्रद्धालु आते है उनसे नम्रता से पेश आये वरना परिणाम ठीक नहीं होंगे। स्वर्णिम भारत मंच के पास कई श्रद्धालुओं ने शिकायत पहुंचायी है कि उज्जैन दर्शन करने आने पर मन्दिरों के बाहर पार्किंग में गाड़ी लगाने के बाद ले जाते समय ठेकेदार  मन माने पैसे वसूलते है जिससे श्रद्धालु और पर्यटकों के मन में हमारे शहर के प्रति नकारात्‍मक छबि निर्मित होती है।
स्वर्णिम भारत मंच के अध्यक्ष दिनेश श्रीवास्तव ने कहा कि पवित्र नगरी उज्जैन में विश्वप्रसिद्ध श्री महाकालेश्‍वर ज्‍योतिर्लिंग होने के साथ-साथ धार्मिक राजधानी होने से अन्‍य धार्मिक स्‍थलों के  देश विदेश से लोग दर्शन करने आते है। इसी से ही उज्जैन के युवाओं को रोजगार चल रहा है लेकिन बाहर से आने वाले यात्रियों के साथ बदसलूकी से उज्जैन की छवि खराब हो रही है। पीड़ित भक्त बाद में आने से कतराते है। यात्रियों के हित में स्वर्णिम भारत मंच ने धर्मश्व मंत्री व कलेक्टर से मांग की है कि मन्दिरो के बाहर जितने भी पार्किंग ठेके दिए गए है उन्हें खत्म कर मन्दिर प्रबंध समिति व्यवस्था देखे।
श्रद्धालुओं को ठगना बेशर्मी…….
स्वर्णिम भारत मंच ने उज्जैन के सभी होटल, वाहन स्टैंड ,ऑटो रिक्शा वालो से आग्रह किया है कि बाहर से आने वाले यात्रियों के साथ अच्छा व्यवहार करें उनके साथ कोई ठगी न हो जो भी निर्धारित शुल्‍क बनता है वहीं लिया जाए। क्योंकि श्रद्धालुओं को ठगना बेशर्मी है।
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