12 घंटे में तीन बार भड़की हिंसा, गृह राज्य मंत्री, सचिव, एडीजीपी जोधपुर रवाना

जोधपुर। (स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) राजस्थान के जोधपुर में कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। यह फैसला ईद के मौके पर हुए बवाल के बाद तनाव को देखते हुए लगाया गया है। बताया गया है कि कुल 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगाया गया है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले को लेकर बैठक बुलाई है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना पर रिपोर्ट मांगी है।

इन इलाकों में लागू किया कर्फ्यू

पुलिस उपायुक्त राजकुमार चौधरी द्वारा जारी आदेश के मुताबिक जोधपुर कमिश्नरी के जिला पूर्व के थाना क्षेत्र उदयमंदिर, सदर कोतवाली, सदर बाजार, नागोरी गेट, खंडा फलसा में कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा जिला पश्चिम के थाना क्षेत्र प्रतापनगर, प्रतापनगर सदर, देवनगर, सूरसागर और सरदारपुरा में भी कर्फ्यू लगाने का आदेश जारी किया गया है। आदेश में कहा गया है कि इन इलाकों में आज दोपहर एक बजे से कल मध्यरात्रि 12 बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा। इसके मुताबिक कोई भी व्यक्ति अपनी गृह सीमा से बिना अनुमति पत्र के बाहर नहीं निकलेगा। साथ ही यह भी कहा गया है कि हालात को देखते हुए कर्फ्यू की अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। इससे पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस घटना पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। साथ ही सभी से शांति बरतने की अपील की थी।

इस वजह से जोधपुर में भड़की हिंसा 

गौरतलब है कि शहर के जालोरी गेट चौराहा पर सोमवार रात को हंगामा हुआ। माना जा रहा है कि यह विवाद धार्मिक झंडा हटाने को लेकर हुआ है। इसके बाद जिले में इंटरनेट सेवा अगले आदेश तक ठप कर दी गई थी। घटना के बारे में बताया जा रहा है कि छोटी सी बात को लेकर कहासुनी बाद में मारपीट में बदल गई। सोमवार रात चौराहे पर स्थित स्वतंत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति पर झंडा लगाने और चौराहे के सर्किल पर ईद से जुड़े बैनर लगाने से विवाद की शुरुआत हुई। इसके अलावा ईद की नमाज को लेकर चौराहे तक लाउडस्पीकर लगाने‌ को लेकर नाराज लोगों का हुजूम जुट गया।

सीएम गहलोत ने हालातों को लेकर की उच्च स्तरीय बैठक

मुख्यमंत्री गहलोत ने जोधपुर हिंसा को लेकर उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक ली। जिसके बाद मुख्यमंत्री ने गृह राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह, जोधपुर प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग, अतरिक्त गृह सचिव अभय कुमार, हवा सिंह घुमरिया अतरिक्त पुलिस महानिदेशक को तत्काल हेलिकाप्टर से जोधपुर रवाना होने के निर्देश दिए हैं। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर भ्रामक संदेश फैलाने वाले के खिलाफ भी करवाई के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।

कांग्रेस राज में औरंगजेब की मानसिकता हावी: राज्यवर्धन राठौड़

राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने मामले को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में औरंगजेबी मानसिकता किस तरह हावी हो गई है, यह जोधपुर की घटना से साफ पता चलता है। जालोरी गेट पर स्वतंत्रता सेनानी बालमुकुंद बिस्सा की मूर्ति से झंडा उतारकर विशेष तरह का झंडा फहराना और फिर पत्थरबाजी की घटना, बिना सत्ता के संरक्षण में संभव नहीं हो सकती है।

सीएम अशोक गहलोत से मांगा इस्तीफा

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल ने भी गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के करौली, अलवर और जालौरी गेट, जोधपुर सहित पूरे प्रदेश में हो रही घटनाओं से प्रदेश के सांप्रदायिक सोहार्द बिगड़ने की घटनाएं निंदाजनक है। लचर कानून व्यवस्था वाली कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण की नीति का खामियाजा आज पूरा प्रदेश भुगत रहा है। ऐसी भ्रष्ट व कुत्सित मानसिकता वाली कांग्रेस सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। अगर नैतिकता का अंश बचा हो तो, गृह विभाग के मुखिया अशोक गहलोत जी को अपने पद से तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए।

धरने पर बैठे केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत

हिंसा को लेकर भाजपा मुख्मंत्री गहलोत पर हमलावर हो गई है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत धरने पर बैठ गए हैं। वहीं सतीश पूनिया ने कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था चुनौतीपूर्ण बनी हुई है। गहलोत सरकार के राज में तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है। मामले को लेकर पूनिया ने कहा कि इस तरह के घटना कांग्रेस के संरक्षण में किया जाता है। पूनिया ने कहा कि इस तरह के मामले बहुसंख्यक समुदाय पर चोट है। प्रदेश के शांति, लोगों की सुरक्षा के लिए वोट की राजनीति छोड़कर गहलोत जी को जनसुरक्षा की चिंता करनी चाहिए।