महाकाल मंदिर का सौंदर्यीकरण परंतु मांस मदिरा की दुकानें क्यों नही हटी….? – स्वर्णिम भारत मंच ने रखी मांग , उज्जैन को  पवित्र नगरी का दर्जा दे सरकार 

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)   भ्रमलिन संत प्रतीत राम से लेकर स्वर्णिम भारत मंच तक ने समय समय पर उठाई उज्जैन को  पवित्र नगरी घोषित करने कि मांग पर शासन प्रशासन के कान पर जू तक नहीं रेंगी |
महाकाल मंदिर का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है। यह एक श्रेष्ठ कदम है पर पवित्र नगरी से  मांस मदिरा की दुकानें क्यों नहीं हटाई जा रही है। जबकि कई वर्षों से  यह पवित्र नगरी की  मांग स्वर्णिम भारत मंच  करता आया है। सोमवार को शिवरात्रि पर दीपोत्सव की तैयारियों को लेकर हुई बैठक में लोगों ने  यह बात एक बार फिर कलेक्टर आशीष सिंह व मंत्री मोहन यादव के सामने रखी है।
स्वर्णिम भारत मंच के दिनेश श्रीवास्तव ने कहा कि महाकाल मंदिर क्षेत्र का विकास हमारे लिए गर्व है पर प्रशासन पवित्र नगरी की गरिमा को क्यों ध्यान में नहीं रख पा रहा है। इतना भव्य महाकाल मंदिर तैयार हो रहा है परन्तु  महाकाल परिक्षेत्र से सटे प्रवेश मार्गो पर मांस  की दुकानों व कत्लखानो का बेधड़क संचालन हो रहा है। जिससे आने वाले श्रद्धालुओं के मन में बड़ी पीड़ा हो रही है। सोमवार को बृहस्पति भवन में शिवरात्रि महोत्सव को लेकर हुई बैठक में भी लोगों ने मांग की है कि तत्काल तोपखाने ,बेगम बाग, जूना सोमवारिया सहित महाकाल मंदिर के दो किमी परिक्षेत्र से मांस मदिरा  की दुकानें व कत्लखाने  को हटाया जाएं।
 जनता आगे आने की अपील
स्वर्णिम भारत मंच ने जनता से अपील की है कि पवित्र नगरी के लिए आगे आये नही तो हमारी आध्यत्मिक नगरी का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा। स्वर्णिम भारत मंच के बैनर तले घर घर जाकर लोगो को पवित्र नगरी का महत्व समझाने के किये अभियान चलाया जाएगा।