महाकाल अन्नक्षेत्र का नाम चमेली देवी अग्रवाल रखने का महाकाल सेना ने किया कड़ा विरोध- राष्ट्रीय धर्म प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने मंदिर प्रशासक को सौंपा ज्ञापन

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)   महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित समस्त प्रकल्प भगवान श्री महाकालेश्वर के नाम से ही चलाए जाते हैं लेकिन विगत दिनों समाचार पत्रों के माध्यम से ज्ञात हुआ हैं कि अग्रवाल ग्रुप इंदौर के दानदाता के माध्यम से अन्नक्षेत्र का निर्माण किया जा रहा हैं जिसमें महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र का नाम हटाकर दानदाता अपने परिवार की सदस्य चमेली देवी अग्रवाल के नाम पर इसे रखने की बात कर रहे हैं। इसका महाकाल सेना उज्जैन विरोध करती है।

महाकाल सेना ने मंदिर के प्रकल्प से भगवान महाकाल का नाम हटाकर दानदाता के नाम करने का विरोध करते हुए कहा कि यह अनुचित है। इससे न केवल अन्नक्षेत्र से भगवान का नाम हटेगा बल्कि व्यक्ति विशेष के नाम से होने पर मंदिर प्रबंध समिति की भी बदनामी हो सकती है। पूर्व में भी एक दानदाता द्वारा मंदिर में स्वर्ण कलश लगाकर अपने नाम का पत्थर मंदिर में लगवा दिया गया था जिसका शहर के हिंदू संगठनों ने कड़ा विरोध किया था। इसके बाद मंदिर प्रबंध समिति ने उक्त पत्थर को मंदिर से हटवा दिया था। इसके बाद मंदिर से जुड़े किसी भी प्रकल्प का नाम आज तक किसी भी दानदाता के नाम पर नहीं रखा गया है। इसे लेकर महाकाल सेना के राष्ट्रीय धर्म प्रकोष्ठ प्रमुख महेंद्र सिंह बैंस के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ से सोमवार को मंदिर कार्यालय में मिला व उन्हें श्री महाकालेश्वर अन्नक्षेत्र का नाम परिवर्तन कर चमेली देवी अग्रवाल नहीं करने की मांग को लेकर ज्ञापन भी सौंपा। महाकाल सेना ने ज्ञापन के जरिए प्रशासक श्री धाकड़ से मांग करते हुए कहा कि महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के समस्त प्रकल्पों को भगवान श्री महाकालेश्वर के नाम से ही चलाए जाने चाहिए। किसी भी दानदाता के व्यक्तिगत नाम से नहीं। प्रशासक श्री धाकड़ ने प्रतिनिधि मंडल से कहा कि मंदिर के समस्त प्रकल्प भगवान श्री महाकालेश्वर के नाम से ही चलेंगे। अन्नक्षेत्र का भी नाम परिवर्तन नहीं किया जावेगा। प्रतिनिधि मंडल में मुख्य रूप से सुरेश शर्मा, रूपेश मेहता,राजेश बैरागी, रमेश वाधवानी, किशन पांडेय आदि उपस्थित थे।