यह संसार भगवान का एक सुंदर बगीचा है-पंडित विष्णु भट्ट

उज्जैन ।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) राठौर समाज ट्रस्ट के तत्वाधान में राठौर समाज धर्मशाला कार्तिक चौक उज्जैन में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के तीसरे दिन रतलाम के कथा वाचक पंडित विष्णु भट्टजी ने भगवान के चौबीस अवतारों की कथा के साथ-साथ समुद्र मंथन की बहुत ही रोचक एवं सारगर्भित कथा सुनाते हुए कहा कि यह संसार भगवान का एक सुंदर बगीचा है। यहां चौरासी लाख योनियों के रूप में भिन्न- भिन्न प्रकार के फूल खिले हुए हैं। जब-जब कोई अपने गलत कर्मो द्वारा इस संसार रूपी भगवान के बगीचे को नुकसान पहुंचाने की चेष्टा करता है तब-तब भगवान इस धरा धाम पर अवतार लेकर सजनों का उद्धार और दुर्जनों का संघार किया करते हैं ।समुद्र मंथन की कथा सुनाते हुए कहा कि मानव हृदय ही संसार सागर है। मनुष्य के अच्छे और बुरे विचार ही देवता और दानव के द्वारा किया जाने वाला मंथन है। कभी हमारे अंदर अच्छे विचारों का चितन मंथन चलता रहता है और कभी हमारे ही अंदर बुरे विचारों का चितन मंथन चलता रहता । युवा संभागीय अध्यक्ष राहुल राठौर एवं ट्रस्टी गोपाल राठौर, युवा संगठन के संरक्षक धर्मेंद्र मगरवा, ने बताया कि कथा 20 सितंबर तक प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक की जा रही है। जिसको लोग श्रवण कर रहे हैं। आज गुरुवार के मुख्य यजमान गोपालकृष्ण राठौर (लडृडू वाले) ने कथा विश्रांति पर भागवत जी की आरती की।