बच गई उम्मीद की सांसे…. मोदीनगर से ऑक्सीजन लेकर आ रहा टैंकर पलटा सकुशल रेस्क्यू कर पहुंचाया

भोपाल/श्यामपुर(स्वदेश MP न्यूज़ राजेश सिंह भदोरिया बंटी) कोरोना के बढ़ते मरीजों के चलते राजधानी सहित पूरे प्रदेश में ऑक्सीजन की शॉर्टेज चल रही है प्रदेश मेंं इसकी व्यवस्था बनाने के लिए जिला प्रशासन के अफसर 24 घंटे निगरानी कर रहे हैं लेकिन कोरोना मरीजों के लिए नोएडा के मोदीनगर प्लांट से 20 टन ऑक्सीजन लेकर आ रहे दो टैंकर में से एक टैंकर सड़क किनारे पलट गया। घटना शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात करीब 3 से 4 बजे के बीच श्यामपुर के पास घाट प्लासी पर हुई। टैंकर ड्राइवर के मुताबिक टैंकर के आगे अचानक एक जानवर सड़क पर आ गया, उसे बचाने के चक्कर में उसने टैंकर को सड़क किनारे उतार दिया। यहां काली मिट्‌टी थी, जिसमें टैंकर फंसने से धंस गया। ड्राइवर ने टैंकर केबिन से बाहर निकलकर अफसरों को इसकी जानकारी दी तो भोपाल, राजगढ़, सीहोर कलेक्टर एक्टिव हुए।
ट्रांसपोर्ट कमिश्नर ने राजगढ़ भोपाल और सीहोर तीनों जिलों के आरटीओ को मौके पर भेजा। सभी को डर था कि कहीं ऑक्सीजन लीक न हो रही हो, वरना बड़ा हादसा हो जाएगा। फिर शासन स्तर पर बड़े अफसरों को हालात की जानकारी दी गई, फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ। सुबह करीब 6 बजे आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट की तकनीकी टीम जगत सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंची। उसने टैंकर में लीकेज की जांच की। शुक्र रहा कि कहीं भी लीकेज नहीं हो रहा था। तभी राजगढ़ आरटीओ एचके सिंह भी मौके पर पहुंच गए तत्काल दो क्रेन राजगढ़ और दो सीहोर से बुलाई गईं। लेकिन, वे 30 टन वजनी टैंकर को बाहर नहीं निकाल पाईं। फिर भोपाल की बरनाला क्रेन से संपर्क किया गया। यहां से एक बड़ी क्रेन और तीन छोटी क्रेन बुलाई गईं। 8 क्रेन ने ताकत लगाई, तब टैंकर बाहर निकल सका। इसका ड्राइविंग केबिन क्षतिग्रस्त हो गया था, इसलिए एक अन्य ट्रक को बुलाकर टैंकर को टोचन कर भोपाल के गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया स्थित आईनॉक्स एयर प्रोडक्ट लिमिटेड प्लांट तक 34 किमी का ग्रीन कॉरिडोर बनाकर लाया गया,
सीहोर कलेक्टर अजय गुप्ता के मुताबिक सीहोर से भोपाल तक टैंकर को लाने के लिए सड़क खाली कराई गई। ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। ट्रक के आगे प्रशासन और पुलिस की एक-एक गाड़ी सायरन बजाती हुई चल रही थीं, ताकि कहीं रुकना न पड़े। टैंकर की पूरे सफर भर कलेक्टर अविनाश लवानिया एवं ट्रांसपोर्ट कमिश्नर अपने राजगढ़ आरटीओ एचके सिंह , भोपाल आरटीओ संजय तिवारी जैसे अनुभवी अफसरों की मदद से निगरानी करते रहे।