उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) शिवसेना संगठन उज्जैन इकाई द्वारा चरक भवन में कुछ समय से सीढिया बंद कर लिफ्ट का उपयोग करने वाले मरीजों एंव उनके परिजनों व अन्य नागरिकों से 20 रूपये शुल्क लिया जा रहा है। वही कुछ समय से लगातार प्रसूताओ को निजी चिकित्सालयों मैं रेफर करने को लेकर शिवसेना ने पुरजोर विरोध करते हुए सीएमएचओ को ज्ञापन सौंपा। शासन ने वर्ष 2016 में करोड़ों रुपए की लागत से प्रदेश का सबसे विशाल शासकीय मातृ एवं शिशु चिकित्सालय भवन बनाया कि मरीजों एवं उनके परिजनों को उचित स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो सके। तथा किसी भी लोगों को अस्पताल में कोई शुल्क ना देना पड़े। शिवसेना का आरोप है कि चरक हॉस्पिटल में सीढ़ियो को बंद कर मरीजों के परिजनों से लिफ्ट के एवज में 20 रुपए शुल्क वसूली जा रही है। वही लगातार चरक हॉस्पिटल से प्रसूताओ को पर्याप्त उपचार ना दिया जाकर उनसे रुपयों की अवैध मांग की जाती है। यदि प्रसूता के परिजन स्टाफ को रुपए नहीं देते हैं तो उन्हें इंदौर रेफर कर दिया जाता है। सामान्य प्रसव को जानबूझकर सीजेरियन कर प्रसूता व शिशु के जीवन से खिलवाड़ किया जा रहा है। वहीं चरक भवन में स्टाफ एवं अन्य लोगों द्वारा चरक भवन में भर्ती प्रसूताओ को निजी चिकित्सालय में कमीशन के चक्कर में एंबुलेंस को बुलवाकर रेफर करते हैं। शिवसेना द्वारा अपनी मांगों को लेकर सोमवार को सीएमएचओ डॉ. अनुसुइया गवली को जल्द चरक भवन कि सीढ़ियां चालू कर लिफ्ट के 20 रुपए राशि लेना बंद करने एवं प्रसूता को इंदौर एवं निजी अस्पतालों में रेफर ना करने की बात को लेकर ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के दौरान शिवसेना संभाग प्रमुख पंकज मंडलोई, युवा सेना संभाग प्रमुख दशरथ सिंह चौहान, शिवसेना जिला प्रमुख धीरज सिंह ठाकुर, शिवसेना महिला जिला प्रमुख रेखा जायसवाल, युवा सेना जिला प्रमुख अविनाश गुरु, शिवसेना नगर प्रमुख लक्ष्मण पटेल, शिवसेना महिला नगर प्रमुख स्नेहा निमजे, रत्नेश जायसवाल, जिला उपप्रमुख भरत पटेल, किशोर कुमावत, प्रभुलाल शर्मा, बबलू गोस्वामी, राजू देवड़ा, नगर संरक्षक सागर, आनंद महाराज, संजय चौहान कालूराम कुमावत, राहुल ठाकुर एवं अन्य शिवसैनिक उपस्थित थे।
