बाढ़ पीड़ितों को राहत देने के लिए जिला प्रशासन एवं अधिकारीगण मिशन रूप के रूप में काम करें — मुख्यमंत्री कमलनाथ

मंदसौर ।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज बाढ़ राहत की समीक्षा बैठक मंदसौर जिले के ग्राम कयामपुर में लेकर सभी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए  कि  वे  बाढ़ पीड़ितों को राहत देने के लिए एक मिशन के रूप  मे कार्यं करे व जिला प्रशासन  बारिश से हुए नुकसान की वास्तविक जांच करे , अनावश्यक कागजी कार्यवाही न करे ।

मुख्यमंत्री ने कहा  कि कुछ लोग  ऐसे अवसरों का नाजायज फायदा उठाने का प्रयास करेंगे , इसके लिए  अधिकारी पहले से ही  सतर्क  रहें । उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ितों  राहत  देने के लिए जो  समय सीमा निर्धारित की गई है, उक्त समय सीमा का पालन प्राथमिकता से किया जाए । अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को समय पर बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।  साथ ही बीज का वितरण भी किया जाए ।यह मिशन तभी सफल होगा जब जनता से हमें इस आशय का प्रमाण पत्र मिल जाएगा । जनता को यह महसूस होना चाहिए कि उन्हें शासन के द्वारा सुविधा मिल रही है। उन्होंने कहा कि यदि व्यापारी गण इस संबंध में कोई सुझाव देते हैं तो उन्हें भी शासन को भेजा जाए ।इन सब कार्यों में यदि किसी प्रकार की अड़चन आ रही हो तो मंत्रालय को सूचित किया  जाएगा ।

कलेक्टर  के  कार्य  की  प्रशंसा  की

मुख्यमंत्री  कमलनाथ ने बैठक में जिला प्रशासन और विशेष तौर पर कलेक्टर  मनोज पुष्प द्वारा बाढ़ प्रभावितों को राहत देने के के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की और कहा कि  संकट  की इस घड़ी में कलेक्टर एवं अधिकारी गणों ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया है ।बैठक में विधायक  हरदीप सिंह डंग ने ने भी कलेक्टर एवं उनकी टीम द्वारा विगत दिवस बाढ़ प्रभावितों के लिए किए गए कार्यों की प्रशंसा की। बैठक में जल संसाधन मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री हुकुम सिंह कराड़ा, पूर्व सांसद  मीनाक्षी नटराजन,  प्रमुख सचिव  अशोक कुमार वर्णवाल  उज्जैन संभागायुक्त  अजीत कुमार, पुलिस महानिरीक्षक  राकेश गुप्ता, कलेक्टर मनोज पुष्प एवं जिले के अन्य अधिकारी मौजूद थे।