सूर्य की प्रथम किरण को अर्घ्य दे कर किया भारतीय नव वर्ष का अभिवादन, 121 वैदिक विद्वानों द्वारा मंगलाचरण कर मां क्षिप्रा का पंचामृत पूजन किया

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) प्रतिवर्षानूसार इस वर्ष भी नवसंवत्सर अभिनंदन समारोह समिति और अनुष्ठान मंडपम ज्योतिष अकादमी के संयोजन में 9 अप्रैल मगंलवार को प्रातः ५ बजे दत्त अखाड़ा क्षिप्रा तट पर भारतीय नव वर्ष का अभिनंदन किया गया।

सर्व प्रथम दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम प्रारम्भ हूआ। आचार्य वासुदेव पुरोहित के आचार्यत्व में 121 वेदिक विद्वानों  द्वारा मंगलाचरण कर मां क्षिप्रा का पंचामृत पूजन किया। पश्चात आदित्य हृदय स्त्रोत्र से सूर्य की प्रथम किरण को  अर्घ्य दे कर नव संवत्सर का प्रारंभ किया। इस अवसर पर निनाद नृत्य संस्था की निर्देशिका पलक पटवर्धन के नेतृत्व में नन्ही बालिकाओं द्वारा सुंदर नृत्य प्रस्तुति दी जिसमें नृत्य के माध्यम से भगवान दश अवतार दर्शाए गए। इस अवसर पर महिलाओं द्वारा गुड़ी एवं ध्वज का पूजन किया। प्रसाद स्वरूप नीम मिश्री एवं ध्वज वितरण भी किए गए। कार्यक्रम संयोजक ज्यो पं चंदन श्यामनारायण व्यास एवं धर्माधिकारी पं नारायण उपाध्याय ने सभी अथितियो का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया। इस अवसर पर रामानुजकोट के पीठाधीश्वर स्वामी रंगनाथाचार्यजी महाराज, गुजरात डभोई पीठाधीश्वर स्वामी सुदर्शनाचार्य जी महाराज, रामानुज कोट के युवराज स्वामी श्री माधव प्रपन्नाचार्य जी महाराज, महा मंडलेश्वर श्री ज्ञानदास जी महाराज, श्री विशालदास जी महाराज, युवा कथावाचक पं अर्जुन गौतम, सभापति कलावती यादव, राजेशसिंह  कुशवाह, अनंतनारायण मीणा, जगदीश पांचाल, अनंतनारायण मीणा, डॉ. सदानंद त्रिपाठी, कवि अशोक भाटी, संत सत्कार समिति के अध्यक्ष श्याम माहेश्वरी, अखिल भारतीय ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी, डॉ उल्का यादव, डॉ निश्चल यादव, आशुतोष मीणा, दिनेश पंड्या, आचार्य डॉ. सदानंद त्रिपाठी, वासुदेव रावल, कैलाश जाट, पंडित गोपाल कृष्ण दवे, राम शुक्ल, प्रमोद जोशी, शैलेश दुबे आदि शहर के गणमान्य जन उपस्थित हुवे। संचालन पं गौरव उपाध्याय ने किया।


नववर्ष पर सेवा भारती ने 10 स्थानों पर लगाए मंगल तिलक
उज्जैन। चैत्र नव वर्ष के अवसर पर पर सेवा भारती उज्जैन द्वारा शहर के दस स्थानों पर नववर्ष पर मंगल तिलक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सेवा भारती बहनों की दस टीम द्वारा दस विभिन्न स्थानों पर खड़े होकर मंगल तिलक लगाया, शुभकामनाएँ दीं तथा नीम व मिश्री खिलाई। केशव नगर – देवास गेट, चारधाम मंदिर, विक्रमादित्य नगर- चामुंडा चौराहा, मधुकर नगर – पिपली नाका, सुदर्शन नगर – इंदिरा नगर चौराहा, राजेंद्र नगर -सिंधी कॉलोनी चौराहा, माधव नगर – मातृछाया छाया मक्सी रोड़, कालिदास नगर – नानाखेड़ा चौराहा, डिजिटल सेंटर इस्कॉन मंदिर चौराहा, बालक छात्रावास चिंतामण गणेश मंदिर प्रांगण पर सुबह 9 से 11 बजे तक मंगल तिलक का आयोजन किया गया।


स्वर्णागिरी पर्वत पर ध्वज चढ़ाया, नव वर्ष के आगमन पर कई गांव के श्रद्धालु जन पहुंचे
उज्जैन। हिंदू नव वर्ष के आगमन अवसर पर मंगलवार की सुबह नारायणा धाम से 1 किलोमीटर दूर स्वर्णागिरी पर्वत पर श्रद्धा भक्ति के साथ ध्वज चढ़ाया गया एवं सभी के सुख समृद्धि की कामना की गई। नारायणा धाम से कुछ दूरी पर स्वर्णागिरी पर्वत है। एक समय भगवान श्री कृष्ण अपने मित्र सुदामा के साथ लकड़ियां बिन के लिए स्वर्णागिरी पर्वत आए थे और उसके बाद लकड़ियां लेकर नारायणा धाम पहुंचे। स्वर्णागिरी पर्वत का विशेष महत्व है और यहां पर दर्शन करने के लिए वर्ष में कई बार श्रद्धालु जन आते रहते हैं । नव वर्ष के आगमन पर समाजसेवी विजय सिंह गौतम अपने साथियों के साथ तड़के स्वर्णागिरी पर्वत पहुंचे और पूजा अर्चना करने के बाद ध्वज चढ़ाया। हिंदू नव वर्ष के आगमन पर आसपास के गांव के हजारों लोग यहां पर पहुंचे हैं जिससे विहंगम दृश्य उत्पन्न हो गया है। ध्वजा चढ़ाने में जो लोग शामिल रहे उनमें किशोर पांचाल, विजय सिंह चौहान, विक्रम शर्मा, ईश्वर शर्मा, अशोक आंजना, अंतर सिंह पटेल, राहुल सोलंकी, बहादुर सिंह, विक्रम पटेल, संतोष वर्मा, करण सिंह पटेल, इंदर सिंह पटेल, नीलेश शर्मा, लोकेश सूर्यवंशी, दिनेश बगाना आदि शामिल है।


अखंड हिंदू युवा संगठन ने हिंदू भाइयों को विजय तिलक लगाया
उज्जैन। अखंड हिंदू युवा संगठन द्वारा देवास गेट चौराहा पर मंच बनाकर विक्रम संवत 2081 चैत्र नवरात्रि हिंदू नव वर्ष गुड़ी पड़वा के पावन पर्व के उपलक्ष में सभी हिंदू भाइयों को विजय तिलक लगाकर एवं ठंडाई मैंगो फ्लेवर पिलाकर सभी को बधाई दी गई।
आयोजन में अखंड हिंदू युवा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष अनिल कुमार चंदेल, जिला मीडिया प्रभारी महेंद्र शर्मा, जिला संयोजक शुभम चौहान, जिला कार्यालय मंत्री जितेंद्र प्रजापत, नगर सचिव मुकेश राव, सह सचिव शिवम कच्छावा, नगर मंत्री आशीष कुमावत, नगर महामंत्री विजय सिंह सेगर, मोहन राजपूत, उमेश नामदेव, भूपेन्द्र सूर्यवंशी, संदीप मालवीय, राजेश कच्छावा, विजय श्रीवास, विशाल बाबावाल, अखिलेश शर्मा, नितिन जादौन, सूरज खींची, वेद प्रकाश मालवीय उपस्थित रहे। यह जानकारी नगर अध्यक्ष राहुल माली द्वारा दी गई।


आर्य समाज ने नव संवत्सर के साथ मनाया स्थापना दिवस                            
आर्य समाज उज्जैन में प्रभात फेरी राष्ट्र मंगल यज्ञ और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ मना नव वर्ष

उज्जैन। आज हमने अपने मूल शास्त्रों वेदों उपनिषदों आर्ष साहित्य को भुला दिया है। आर्य किसी व्यक्ति या समूह का नाम नहीं है बल्कि आर्य एक श्रेष्ठ विचारधारा है सभ्य सज्जन साधु कुलीन व्यक्ति आर्य है हमारे पूर्वज ऋषि मुनियो के पास पवित्र ज्ञान और आदर्श आचरण की संपत्ति थी चारों ओर भौतिक संसाधनों का अभाव था फिर भी बड़े-बड़े राजा महाराजा धनवान लोग उनके चरणों में बैठकर शांति एवं ज्ञान प्राप्त करते थे मनुष्य को मनुष्य के रूप में स्थापित करने वाले तत्व को धर्म कहा गया है जब धर्म तत्व विद्यमान होगा तभी मनुष्य की संज्ञा होगी। सनातन धर्म की पहचान किसी विशेष वेशभूषा परिवेश तिलक से नहीं है बल्कि विचार और आचरण को सत्य सनातन वैदिक धर्म में सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है जिसमें मनुष्य जन्म को देवत्व और मुक्ति की ओर अग्रसर करने की प्रेरणा दी गई है। एक सूक्ति के अनुसार धर्म अंधेरी खोह में बैठा है जो धर्म को जितने अंश में समझ पाया है वह उतने ही अंश में धर्म की व्याख्या करता है महर्षि दयानंद ने आर्य समाज के माध्यम से हमें सर्वश्रेष्ठ मार्ग बताया है जो ऋषियों और मुनियों द्वारा प्रणीत मार्ग है जिस पर चलकर हमारा समाज का राष्ट्र का कल्याण हो सकता है।
उक्त विचार महर्षि पाणिनि वैदिक संस्कृत विश्वविद्यालय के आचार्य डॉ तुलसीदास परौहा ने आर्य समाज उज्जैन में नवसंवत्सर पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त किए। अध्यक्षीय उदबोधन में आचार्य धर्मदेव शास्त्री ने कहा जब व्यक्ति के पास ज्ञान बल और धन सर्वोपरि होते हैं तब उसे प्रमाद और अहंकार आ जाता है। वेद परमात्मा का निर्भ्रांत ज्ञान है वेदों में मनुष्य के सर्वांगीण विकास के सूत्र है इसलिए मनुष्य को स्वाध्याय और प्रवचन में प्रमाद नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम के प्रारंभ में वैदिक विद्वान पंडित राजेंद्र व्यास के ब्रह्मत्व में राष्ट्र मंगल यज्ञ किया गया एवं वैदिक मंत्रों से आहुतियां दी गई। प्रातः काल नगर के प्रमुख मार्गो से प्रभात फेरी निकली गई जिसमें महिला मंडल द्वारा वैदिक भजनों और गीतों की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत पूर्व प्रधान राजेंद्र शर्मा, वेदप्रकाश आर्य, अंबाराम आर्य एवं पूर्व मंत्री महेश धाम ने किया। इस अवसर पर वरिष्ठ सदस्य डॉ आनंद मोहन सक्सेना एवं आर्य माताजी मंजुला अग्रवाल का शाल श्रीफल से सम्मान किया गया। मुख्य कार्यक्रम के प्रारंभ में ईश प्रार्थना मदनलाल कुमावत ने एवं भजनों की प्रस्तुति श्रीमती सिरोलिया बहन ने दी। अतिथि परिचय डॉ ललित नागर ने दिया। संचालन आचार्य जीवन प्रकाश आर्य ने किया एवं आभार उप मंत्री जितेश बत्रा ने माना। वैदिक जय घोष डॉ मालाकार ने किया। प्रसाद वितरण के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में वैदिक धर्मालुजन एवं मातृशक्ति उपस्थित थे।


क्षिप्रा के तट पर सूर्य को अर्ध्य देकर संवत् 2081 का किया स्वागत
महावीर कीर्ति स्तंभ से निकला इंद्रध्वज चल समारोह, गोपाल मंदिर पर ध्वज पताका के साथ किया गुड़ी आरोहण
उज्जैन। 27वां अ.भा. विक्रमोत्सव नव वर्ष प्रतिपदा पर उज्जैन के साथ भारत वर्ष की सम्पूर्ण प्रमुख नदियों के तट पर सूर्य को अर्घ्य देने के साथ प्रारंभ होकर विभिन्न आयोजनों के साथ शुरू हुआ। संस्था नवसंवत नवविचार द्वारा उज्जैन में भी इसकी शुरुआत भव्य आयोजन के साथ की गई। यहाँ महावीर कीर्ति स्तंभ फव्वारा चौक से गोपाल मंदिर तक भव्य चल समारोह निकाला जाकर गोपाल मंदिर पर ध्वज पताका के साथ गुड़ी आरोहण किया गया।
रामनवमी तक आयोजित होने वाला यह विक्रमोत्सव तीन खण्डों के कार्यक्रमों में आयोजित होकर संकल्य खण्ड, कलाखण्ड तथा विचार खण्ड के अनेक आयोजन होंगे। इसमें देश के ख्याति प्राप्त विचारक, कलाकार और सस्कृतिकर्मी हिस्सेदारी करेंगे। संस्था अध्यक्ष डॉ योगेश शर्मा और सचिव डॉ प्रतीक जैन ने बताया कि संस्था नव संवत् नव विचार द्वारा नवसंवत 2081 के नववर्ष प्रतिपदा 9 अप्रैल से रामनवमी 17 अप्रैल तक आयोजित किये जाने वाले 27वें अ.भा. विक्रमोत्सव के कार्यक्रमों की शुरूआत 9 अप्रैल को संकल्प खण्ड के आयोजन के साथ हुई। जिसके अंतर्गत नागरिकों द्वारा क्षिप्रा तट पर प्रातः 6.27 बजे सूर्य को अर्घ्य देकर नववर्ष का स्वागत किया। यहां हर्ष ध्वनि के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुए। इसके पश्चात् महावीर कीर्ति स्तंभ फव्वारा चौक से गोपाल मंदिर तक इंद्रध्वज एवं चल समारोह निकाला गया। प्रारंभ में विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा और विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के पूर्व कुलपति एवं संस्था नवसंवत-नवविचार के संस्थापक अध्यक्ष प्रो रामराजेश मिश्र, संस्था अध्यक्ष डॉ योगेश शर्मा और पंडित सुरेंद्र चतुर्वेदी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष मुकेश भाटी, संस्था सचिव प्रतीक जैन ने ध्वज का पूजन अर्चन किया। तत्पश्चात चल-समारोह प्रारंभ हुआ। चल समारोह गोपाल मंदिर पहुंचने पर इंद्र ध्वज और गुड़ी आरोहण किया गया। यहीं सामवेदीय आचार्यों द्वारा सामवेद का पाठ किया गया और डॉ सतोष पंड्या द्वारा नागरिको को लोक कल्याण के लिए हेमादि संकल्प तथा विक्रम संकल्प दिलवाया गया। इस वर्ष संकल्प खण्ड के यह आयोजन देश की अन्य नदियों के तटों पर भी क्षेत्रीय नागरिको द्वारा भी किए गए। चल समारोह में मनीष शर्मा, दिनेश जैन, विजय मुंदड़ा, देवेंद्र जैन, जाकिर खान, वासुदेव रावल, रविंद्र भारद्वाज, सुभाष यादव, संचित शर्मा, योगेश व्यास, रमेश साबू, डॉ. चंदर सोनाने, अजय गिरिया, मनीष शर्मा, सुभाष यादव, संजय आचार्य, ओम रामी, वीरेंद्र शर्मा, रामनारायण चौबे, अशोक सारवान, धर्मेन्द्र गुप्ता, कैलाश बिसेन, रवि राय, अश्विन शर्मा, अनिल दाता, राजेश व्यास, आजम शेख, राजा शाह, अंजनेश शर्मा, अंकित चौपड़ा, कैलाश जाट, चुन्नीलाल धैर्या, आकाश सारवान सहित सैकड़ों  गणमान्य जन उपस्थित रहे। चल समारोह का विभिन्न स्थानों पर नागरिकों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।


गुड़ी पड़वा पर रक्तदान शिविर आयोजित
ब्लड बैंक में रक्त की कमी को पूरा किया रक्तयोद्धाओं ने

उज्जैन। शा.चरक मातृ एवं शिशु चिकित्सालय उज्जैन के ब्लड बैंक में रक्त की कमी होने पर महिदपुर में रक्तवाहिनी रक्तयोद्धा सेवा संस्था ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिसमें महिदपुर नगर व आसपास के गांव के 66 रक्तदाताओं ने रक्तदान शिविर में रक्तदान किया। शिविर में प्राप्त रक्त को चरक अस्पताल की टीम की श्रीमती प्राची खरे, सुनील साहू व अन्य कर्मचारियों ने एकत्रित किया।
संस्था के यतीश जाट के अनुसार इस अवसर पर संस्था के विशाल डाबी, धीरज प्रजापत, गोपालसिंह सिसौदिया, तूफानसिंह, श्यामसिंह जिला पंचायत सदस्य, प्रहलादसिंह, रोड़सिंह, मोनू बना, कमल प्रजापत, राजेन्द्रसिंह सोलंकी, अनिल बघेल, प्रेमसिंह, कालूसिंह, शांतिलाल शर्मा, सुदर्शन रावल, ऋषि गांधी, संदीप रमार, सुरेशसिंह, धर्मेन्द्रसिंह, जीतू डॉक्टर रामपुरा आदि उपस्थित रहे। रक्तदाताओं और सहयोगियों का उमरावसिंह आर्मी ने आभार व्यक्त किया।


नववर्ष की पूर्व संध्या पर निकला ध्वज चल समारोह  
अखाड़ा, बैंड, ढोल, घोड़ी, बग्घी भी निकली, ध्वज का हुआ पूजन

उज्जैन। विश्व हिन्दू महासंघ मध्यप्रदेश के तत्वावधान में हिन्दू नववर्ष की पूर्व संध्या पर सांदीपनि नगर, उज्जैन स्थित श्री हनुमान मंदिर से ध्वज पूजन कर ‘‘ध्वज चल समारोह’’ निकाला गया।
महासंघ के प्रदेश प्रवक्ता कृष्णा मालवीय के अनुसार इस चल समारोह में ऊंकारदास गुरू अखाड़ा के प्रमुख एवं अंतर्राष्ट्रीय आध्यात्मिक गुरू जितेन्द्र महाराज के सानिध्य में निकले चल समारोह में अखाड़ा, घोड़े, बग्घी, ढोल, बैंड की धुन के बीच श्रद्धालु नृत्यगीत का आनंद लेते हुए सम्मिलित हुए।
ध्वज चल समारोह का मार्ग में स्थान स्थान पर पुष्पवर्षा कर एवं ध्वज पूजन कर स्वागत किया गया।
चल समारोह में समाजसेवी रौनक गुर्जर, राज बड़गुर्जर, भोला माली, अन्नू पहलवान, जसवंत ठाकुर, जगदीश योगी, सुनील गुरू, विकास दुबे, गोलू वाल्मीकि, नर्मदाप्रसाद चौधरी, अंकित वर्मा, अमित गौसर, नितेश सुनेरे, राहुल चौहान, संजय चौहान, पूर्व पार्षद मांगू पहलवान, पवन लोट, रवि पटेल सहित कई श्रद्धालु उपस्थित रहे।


हिंदू नव वर्ष गुड़ी पड़वा 2081 का वार्षिक कैलेंडर चक्रवर्ती सम्राट राजा विक्रमादित्य को समर्पित
गोरक्षा न्यास के कैलेंडर का लोकार्पण संतों के हाथों हुआ
उज्जैन। हिंदू हृदय सम्राट चक्रवर्ती सम्राट राजा विक्रमादित्य संवत हिंदू नव वर्ष गुड़ी पड़वा के पावन अवसर पर गौ रक्षा न्यास के वार्षिक कैलेंडर का लोकार्पण संतो द्वारा किया गया। लोकार्पण के पश्चात चक्रवर्ती सम्राट राजा विक्रमादित्य टीला हरसिद्धि मंदिर के सामने पहुंच कर सर्वप्रथम कैलेंडर राजा विक्रमादित्य को समर्पित किया।
मप्र युवा शिवसेना गौरक्षा न्यास के संस्थापक व अध्यक्ष मनीष सिंह चौहान ने बताया कि हिंदू नव वर्ष गुड़ी पड़वा 2081 के वार्षिक कैलेंडर का लोकार्पण अनंत विभूषित स्वामी रंगनाथाचार्यजी महाराज, महामंडलेश्वर शैलेशानंद गिरीजी महाराज, जीवन दासजी महाराज, अर्जुन दास जी महाराज, भगवान बापू शरण, प्रणया नंद जी महाराज, पंडित गिरीश गुरूजी द्वारा किया गया। मनीषसिंह चौहान ने कहा कि हिंदू नव वर्ष गुड़ी पड़वा के दिन ब्रह्मा जी ने पृथ्वी की रचना की थी। आज भी भारत देश में अंग्रेजों के बने हुए जनवरी माह से नव वर्ष बनाने वाले लोगों की कमी नहीं है लेकिन आज यह देखकर बड़ी खुशी होती है कि हिंदू नव वर्ष गुड़ी पड़वा पूरे भारत में हिंदू समाज के द्वारा बड़े ही धूमधाम से बनाई जाती है। हिंदुस्तान के हिंदू जाग चुके हैं अपने धर्म के प्रति और सनातन धर्म की रक्षा करने वाले सम्राट राजा विक्रमादित्य के द्वारा स्थापित हिंदू नव वर्ष गुड़ीपड़वा जिसको नेपाल के अंदर भी माना जाता है। इस आयोजन में मुख्य रूप से हरि माली वरिष्ठ नेता गोरक्षा न्यास, उज्जैन संभाग अध्यक्ष मुकेश कुमावत, पप्पू नाथ मकवाना, अजय योगी सहित गो रक्षा न्यास के पदाधिकारी उपस्थित थे।