आमजन की रक्षा करने वाली पुलिस वर्दी का दिखा रही है रुबाब, निर्दोष को बेरहमी से पीटेंगे तो फिर ये रक्षक काहे के कहलाए

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) एक मछली पूरे तालाब को गंदा कर देती है। यह कहावत तो आपने सुनी होगी उसी का उदाहरण है। उज्जैन के कुछ पुलिसकर्मी जो अपनी वर्दी का नाजायज फायदा उठा कर उनके मन मुताबिक काम ना होने पर आमजन के साथ मारपीट करते हैं एवं सीधे सच्चे कर्मचारी को अपराधी बनाने में मुख्य भूमिका अदा करते हैं । ऐसे ही एक मामला नागझिरी थाने के पुलिसकर्मी का है। जो अपना शौक पूरा करने के लिए नागझिरी अंग्रेजी शराब की दुकान पर गए और बिना पैसे के बियर शराब की मांग की , कर्मचारी द्वारा कहा गया कि आप मेरे सेट से बात करवा दीजिए मैं आपको दे दूंगा मुझे देने का पावर नहीं है तो पुलिसकर्मियों ने अपशब्दों का प्रयोग कर थाना प्रभारी की धमकी दी और बीयर व शराब लेकर चले गए।
पीड़ित ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन देते हुए बताया कि 26/07/2023 को रात्रि 12:30 बजे के लगभग पुलिस थाना नागझिरी के थाना प्रभारी विक्रम सिंह एवं पुलिस विजय चौहान तथा सिविल पुलिस कर्मी तथा टीआई के प्रायवेट ड्राइवर किशन द्वारा मुझे बिना किसी अपराध के जबरन शराब दुकान से उठाकर थाने ले गए व बिना किसी अपराध के लट्ठ से मारपीट कर गंम्भर चोटपहुचाई व शिकायत करने पर हत्या करने की धमकी भी दी गई।
 में विरेन्द्र कुमार तिवारी पिता स्व.कमलापत तिवारी निवासी 78 मकानं नम्बर 114 विजयनगर इन्दौर का हु। तथा मै प्रार्थी
उज्जैन में नागझिरी शराब दुकान नम्बर 2 मारूती शो रूम के पास देवास रोड उज्जैन अंग्रेजी शराब की दुकान पर शराब सेल्प इंचार्ज के पद पर कार्य करता हूँ।
घटना  लगभग रात्रि 12 बजे के आस पास कि है  पुलिस वाले मुझे थाने में ले गये। 15 मिनट बाद टीआई विक्रम सिंह आये और बोले कि इसको बाहर लाओं
फिर रोड पर टीआई और विजय चौहान तथा एक और सिविल जवान ने हाथ मुक्के से मारना शुरू किया फिर मेरे से पूछा कि तेरे कितने आपराधिक रिकार्ड है तो मैंने कहा कि मेरे कोई भी आपराधिक रिकार्ड नहीं है। टीआई ने कहा कि अब तुझे आपराधिक बनाऊंगा। फिर टीआई साहब ने कहा कि लट्ठ लाओ ये ऐसे नही मानेगा तो
 विजय चौहान बोलेरो गाडी
में से पाइप लाया और सिविल  पुलिस और टीआई दोनों मारने लगे विजय चौहान ने मेरे हाथ पकड़े और ड्राइवर किशन ने पैर पकड़े और मुझे रोड पर उल्टा लिटाकर मेरे कमर पर तथा पीठ पर एवं पुटटट्ठे पर पाइप से टीआई साहब और उक्त सिविल पुलिस ने लगभग 50 लट्ठ मारे और जिससे मुझे दोनों हाथ बॉह और पुटठे पर पैरो पर एव पीठ में चोटे आई और फिर मुझे थाने में अंदर ले गये और ले जाकर कई कोरे कागजों पर हस्ताक्षर
कराए और एसएसआई सलीम से कहा कि इसको अब अपराधी बनाना है।
थाना प्रभारी ने मुझे केबीन में बुलाकर कहा कि तू टीआई का मतलब नहीं समझता है। इसलिए तेरे को इतना मारा है अब शान्ति से काम कर और टीआई का मतलब समझ लेना और जो भी मेरे नाम से शराब माँगने जाये उसे दे देना उससे रूपये मत माँगना नहीं तो तेरी मार मार कर हत्या कर दुगा और छोड़ दिया। उक्त समस्त घटना का विवरण पुलिस थाना नागझिरी के कैमरे में है तथा नागझिरी वाइनशाप नम्बर 2 के कैमरे भी रिकार्डिंग उपलब्ध है। यह कि बिना किसी अपराध के जबरन दुकान से उठाकर थाने में लेजाकर थाने के सामने रोड पर बिना किसी अपराध के लिटाकर प्लास्टिक के लटठ से मारपीट कर गंम्भर चोट पहुँचाने तथा अपने शासकिय पद का दुरुपयोग करने एवं अश्लिल गॉलीयाँ देने तथा कही शिकायत करने पर हत्या करने की धमकी देने के संबंध में प्रकरण दर्ज किया जाना न्यायहित में आवश्यक है एवं अन्य विभागीय दण्डात्मक कार्यवाही किया जाना आवश्यक है। उक्त आवेदन पत्र को स्वीकार कर उक्त घटना की न्यायिक एवं उच्चस्तरीय जॉच कराई जाकर थाना प्रभारी विक्रमसिंह चौहान एव थाना नागझिरी तथा पुलिस विजय चौहान एवं सिविल पुलिस तथा अन्य संलिप्त स्टाप व्यक्तियों के विरूद्व प्रकरण दर्ज किये जाने की कृपा की जाये दण्डात्मक कार्यवाही की जाये। एवं मेरी तथा मेरे परिवार के जान माल की रक्षा की जावे