सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध कॉलोनीयो का फैला जाल, सिंहस्थ मेला क्षेत्र में अतिक्रमण के मुद्दे पर विहिप ने खोला मोर्चा

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) सिंहस्थ महाकुंभ में करोड़ों आस्थावान मोक्षदायिनी क्षिप्रा में स्नान कर महाकाल का दर्शन पूजन करते हैं और साधु-संतों के पड़ाव पर पहुंच कर उनसे धर्म लाभ लेते हैं। इन पवित्र स्थानों पर अवैध निर्माण अतिक्रमण और कालोनियों की अधिकता से सिंहस्थ मेला क्षेत्र में जगह नहीं बची है। सिंहस्थ मेला क्षेत्र में जगह की कमी एक विकराल रूप धारण कर सकती है, सिंहस्थ 2028 में साधु-संतों के पड़ाव व धार्मिक प्रकल्प की व्यवस्था करने में अत्यधिक जमीन की आवश्यकता पड़ेगी। ऐसे में तत्काल अवैध निर्माण अतिक्रमण और कॉलोनी को बनने से रोकने की पहल जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के माध्यम से जिला प्रशासन को करना चाहिए।

उक्त मांग करते हुए विश्व हिंदू परिषद के जिला अध्यक्ष अशोक जैन चायवाला, विभाग मंत्री महेश तिवारी, जिला मंत्री मनीष रावल बजरंगदल, जिला संयोजक अंकित चौबे आदि ने
जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। साथ ही कहा कि इस मुद्दे पर तत्काल निर्णय लेकर संगठन को अवगत कराएं। विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री महेश तिवारी व बजरंगदल जिला संयोजक अंकित चौबे ने बताया कि प्रति 12 वर्षों में एक बार अवंतिका नगरी में सिंहस्थ महाकुंभ का आयोजन किया जाता है, जिसमें मोक्षदायिनी मां क्षिप्रा में स्नान के लिए देश विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आते है। 13 अखाड़ों से जुड़े साधु संतों के पड़ाव भी मेला क्षेत्र में लगते हैं साधु संतों के लिए आरक्षित जमीन पर भूमाफियाओं ने अवैध कॉलोनियां काट दी है, अवैध निर्माण अतिक्रमण कर मेला क्षेत्र को संकुचित कर दिया गया है। मोक्षदयिनी मां शिप्रा के किनारे पर जहां पर्यावरण का संरक्षण करना चाहिए, पेड़ पौधे रोपने चाहिए, वहां पर बड़ी संख्या में पक्के निर्माण कर लिए गए हैं। नए शहर और पुराने शहर के सभी सिंहस्थ क्षेत्र में अवैध निर्माण व कॉलोनीयो का जाल फैला दिया गया है।