वीर दुर्गादास राठौड़ के 304वें निर्वाण दिवस पर समाधि स्थल पर हुई पुष्पाजंलि , वक्त अच्छा बुरा आएगा, विचार को जीना ही महत्वपूर्ण बनाएगा-आर.एन.राठौर

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) आज श्री वीर दुर्गादास जी राठौड़ की पुण्यतिथि पर शिप्रा तट पर छतरी पर पुष्पांजलि अर्पित कार्यक्रम में सामाजिक उत्प्रेरक श्री आर.एन.राठौर ने कहा कि जीवन में वक्त अच्छा बुरा आएगा, विचार को जीना ही महत्वपूर्ण बनाएगा।

मीडिया प्रभारी जितेंद्र राठौड़ व धर्मेंद्र राठौड़ ने बताया कि उभरता राठौर समाज मिशन द्वारा आज छतरी पर आज पुष्पांजलि का आयोजन किया। इस अवसर पर श्री आर.एन.राठौर ने कहा कि वीर दुर्गादास जी राठौड़ ने अपने जीवन को मारवाड़ की रक्षा में संकल्पित किया। व कर दिया। अनेक अच्छे बुरे अवसर पर अडिग खड़े रहे। अंत में जैसा सभी महापुरषो के साथ हुआ है। उन्हें भी देश निकाला मिला। अपने जीवन के अंतिम समय में, उन्हें भी बड़ी कठिनाइयों से गुजरना पड़ा है। लेकिन श्रेष्ठ विचारो की खुशबू शरीर के विलीन होने के बाद भी मिट्टी से आती है। प्रेरणा देती है। फिर अनश्वर शरीर जो दिखाई भले ही ना पड़े पर, अनुभूत करवाती है। के रूप में वीर दुर्गादास जी 300 से ज्यादा वर्ष बाद भी सिहरन पैदा करते है। एहसास दिलाते है। कहते है, उठो अपने परिवार समाज व देश की श्रेष्ठता के लिए जिओ। कौन क्या कहेगा। हमे क्या मिलेगा, यह सोच बदलो। बस, यदि विचार बेहतर सृजन के हो, तो उसे जी डालो। कोई आपको याद करे, ना करे। कोई आपको अपमानित करे, तो करे। अगर आपकी आत्मा कहती है। कि मुझे यह करना है तो करते चले। सकारत्मकता से करते चले। जीवन में आनन्द की खुशबू बहेगी। खुद को एक सकून अनुभव होगा कि हमने अपने जीवन को अपने ढंग से परमात्मा के लिए जिया।
इस अवसर पर श्री राठौर तीर्थ के कोषाध्यक्ष श्री राजेश सोलंकी, श्री अशोक राठौड़ जावरा वाले, शिवनारायण राठौड़ दानी गेट, नरेंद्र राठौड़ अध्यक्ष नागदा, जितेंद्र राठौड़ दानी गेट,पत्रकार धर्मेंद्र राठौड़ सहित अनेक लोग उपस्थित थे।


मारवाड़ एवं मालवा के सम्बन्ध चिरकाल से मधुर रहे-मनोहर दादा बैरागी
उज्जैन। राष्ट्र नायक वीरवर दुर्गादासजी राठौड़ की क्षिप्रा तट पर चक्रतीर्थ में स्थित समाधि स्थल पर उनके 304वें महानिर्वाण दिवस के अवसर पर पुष्पांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मध्यप्रदेश निर्यात निगम भोपाल के पूर्व अध्यक्ष मनोहर दादा बैरागी ने कहा कि मारवाड़ एवं मालवा के सम्बन्ध चिरकाल से मधुर रहे हैं और यह हमारा सौभाग्य है कि मारवाड़ के इस वीर सपूत ने अपना अन्तिम समय महाकाल की नगरी में क्षिप्रा तट पर व्यतीत किया। कार्यक्रम के संयोजक भरतसिंह हाडा ने बताया कि वीर दुर्गादास राठौड़ स्मृति समिति जोधपुर एवं उज्जैन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस पुष्पांजलि कार्यक्रम में जोधपुर से समिति सचिव भागीरथ वैष्णव एवं समिति सदस्य रतनसिंह चाँपावत उपस्थित हुए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बड़नगर के पूर्व विधायक सुरेन्द्रसिंह सिसोदिया ने अपने उद्बोधन में युवाओं को वीरवर दुर्गादासजी के जीवन आदर्शों को अंगीकार करने का आह्वान किया। इस अवसर पर माधव सेवा न्यास उज्जैन के न्यासी विजय केवलिया, प्रेस क्लब उज्जैन के अध्यक्ष विशालसिंह हाडा, समाज सेवी जालमसिंह, महाकाल मंदिर उज्जैन के प्रोटोकाल अधिकारी राजेन्द्रसिंह सिसोदिया विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थिति थे। इस अवसर पर स्मारक स्थल की लम्बे समय तक देखभाल करने वाले समाज सेवी मदनलाल शर्मा को मरणोपरान्त वीर दुर्गादास राठौड़ स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उनके पुत्र द्वारा ग्रहण किया गया। इस पुरस्कार के तहत शॉल व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इस अवसर पर वीरवर दुर्गादासजी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर उज्जैन के विद्यालयी स्तर पर आयोजित निबन्ध एवं चित्रकला प्रतियोगिता के विजेता विद्यार्थियों को स्मृति चिह्न एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। अन्त में समिति सचिव भागीरथ वैष्णव द्वारा आभार व्यक्त किया गया कार्यक्रम का संचालन रतनसिंह चांपावत ने किया।


वीर दुर्गादास राठौर की पुण्यतिथि पर भाजयुमो ने पुष्पांजलि अर्पित की

उज्जैन। वीर दुर्गादासजी राठौर की पुण्यतिथि पर भारतीय जनता युवा मोर्चा नगर जिला उज्जैन अध्यक्ष कुं.हर्षवर्द्धनसिंह कुशवाह की अध्यक्षता वीर दुर्गादास राठौर जी की छत्री पर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
कुं.धीरेन्द्रसिंह परिहार के अनुसार अध्यक्ष श्री कुशवाह ने पुष्पांजलि उपरांत अपने संबोधन में कहा कि दुर्गादासजी एक वीर राठौड़ राजपूत राष्ट्रवीर योद्धा थे  जिन्होंने मुगल शासक औरंजजेब को पराजित दिया था। हम उनकी वीरता, राष्ट्रवाद और शौर्य को नमन करते है।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में भाजयुमो कार्यकर्ता उपस्थित थे।


वीर दुर्गादास जी राठौर की 304 पुण्यतिथि मनाई
उज्जैन।राठौर क्षत्रिय समाज ट्रस्ट उज्जैन एवं राठौर युवा संगठन के तत्वावधान में राष्ट्रवीर दुर्गादास राठौर की 304 वी पुण्यतिथि शिप्रा तट स्थित वीर दुर्गादास राठौर समाधि पर माल्यार्पण कर मनाई गई। इस अवसर पर राठौर युवा संगठन के परामर्शदाता धर्मेंद्र मगरवा ने राष्ट्रवीर दुर्गादास जी के जीवन का परिचय देते हुए बताया कि वीर दुर्गादास जी का जन्म 13 अगस्त 1638 को राजस्थान के ग्राम सालवा में हुआ था एवं 22 नवंबर 1718 को शिप्रा के तट पर उज्जैन में 81 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली जिस स्थान पर उनका अंतिम संस्कार किया गया वहां सुंदर नक्काशी युक्त वीर दुर्गादास राठौर की छतरी बनाई गई है । यह स्थान राठौर समाज और देश भक्तों के लिए प्रेरणा स्रोत है वीर दुर्गादास राठौर एक महान योद्धा थे । लेकिन उनकी गाथाएं आज भी अमर है जिन्होंने अपनी मातृभूमि मारवाड़ जोधपुर को मुगलों के आधिपत्य से मुक्त कराया और हिंदू धर्म की रक्षा की। राठौर युवा संगठन के सदस्यों ने वीर दुर्गादास राठौर की चालीसा का पाठ एवं आरती का भी वाचन किया।इस अवसर पर राठौर क्षत्रिय समाज ट्रस्ट उज्जैन के अध्यक्ष शिवनारायण राठौर,ट्रस्टी सत्यनारायण सोलंकी लक्ष्मीनारायण चौहान,मेहरबान सिंह राठौर,युवा प्रकोष्ठ संभागीय अध्यक्ष राहुल राठौर, युवा संगठन के अध्यक्ष अशोक राठौर,महामंत्री दीपक राठौर,उपाध्यक्ष पंकज राठौर,अभिषेक परिहार,पिन्टु राठौर (माधौपुर),एवं अन्य समाज जन उपस्थित रहे ।आभार संतोष राठौर (पापड़ वाले) राठौर ने माना।
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