जमीन विवाद में प्रेस वार्ता कर लगाए गंभीर आरोप, परिजनों ने कहा  हमारे खिलाफ झूठी एफआईआर लिखवाई

उज्जैन, (स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) भैरवगढ़ क्षेत्र के इलियास खेड़ी गांव में 8 दिन पहले जमीन को लेकर विवाद हुआ था। मामले में पुलिस ने केस दर्ज कर सोनू महाराज, शैलेंद्र महाराज और तरुण को आरोपी बनाया था। तीनों पर आरोप लगाए कि इन्होंने एक  महिला को जलाया है।महाराज के परिजनों ने रविवार को सिटी प्रेस क्लब पर प्रेसवार्ता लेकर कहा कि दर्ज प्रकरण झूठा है। महिला ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगाई है और हमारे परिजनों पर आरोप लगा दिए। मुख्य मुद्दा जमीन विवाद का है। सोनू महाराज और शैलेंद्र महाराज ने 34 बीघा जमीन बालू सिंह और घनश्याम सिंह से खरीदी। करीब 70 फ़ीसदी राशि किसान को दे दी गई । शेष राशि के लिए स्टांप पर एग्रीमेंट हुआ और चेक दिए गए। यह जमीन सोनू महाराज और शैलेंद्र महाराज ने राकेश चौधरी को बेच दी और 4 जून को जब जमीन पर कब्जा लेने पहुंचे तो महिपाल, तेजपाल व भगवान कुंवर मौके पर मौजूद थी । सभी ने मिलकर सोनू महाराज, शैलेंद्र महाराज, तरुण व राकेश चौधरी पर हमला कर दिया। चारों लोग जैसे तैसे जान बचाकर थाना भैरवगढ़ पहुंचे और 4 जून को ही शाम 4 बजकर 47 मिनट पर मामले में एफ आई आर दर्ज करवाई। जब एफ आई आर की जानकारी लगी तो महिपाल, तेजपाल, भगवान कुमार व मुस्कान को लगी तो इनके घर में विवाद हुआ और मुस्कान ने खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली। सभी लोगों ने षड्यंत्र कर झूठी एफ आई आर दर्ज करवाई कि सोनू महाराज शैलेंद्र महाराज व अन्य दो लोगों ने महिला को जला दिया। परिजनों ने प्रेस वार्ता के माध्यम से आरोप लगाए हैं कि f.i.r. झूठी है । महिला ने खुद पर केरोसिन डाला है । जब महिला अस्पताल में भर्ती हुई तब पुलिस को जानकारी दी थी कि उसने खुद ने ही केरोसिन डाला है। फिर रात्रि में महिला ने अपने बयान बदले और एफ आई आर में चार लोगों के द्वारा जलाना बता दिया।
परिजनों ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई है कि मामले की निष्पक्षता से जांच की जाए। यह मामला महज जमीन विवाद का है। किसान की नियत बदल गई है इसलिए उन्होंने झूठी रिपोर्ट लिखाई है।