नई पीढ़ी देशभक्त संस्कारवान एवं चरित्रवान बनने का संकल्प लें’- आचार्य सत्यवीर’

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) आज का युवा मोबाइल इंटरनेट एवं भौतिक सुविधाओं का आदि होकर शारीरिक श्रम एवं संस्कारों से दूर हो गया है। राष्ट्र की समस्याओं से आज का युवा अनभिज्ञ है। आर्य वीर दल का यह प्रांतीय प्रशिक्षण शिविर किशोर एवं युवाओं में राष्ट्रभक्ति, अच्छे संस्कार एवं चरित्र निर्माण में सहायक सिद्ध होगा।

उक्त विचार सार्वदेशिक आर्य वीर दल के प्रधान संचालक गुरुकुल झज्जर से पधारे ’आचार्य सत्यवीर’ ने युवाओं के व्यायाम प्रदर्शन एवं शिविर के समापन समारोह में व्यक्त किए। अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए मध्य भारत आर्य प्रतिनिधि सभा के महामंत्री प्रकाश आर्य ने कहा आज देश में अधिक से अधिक किशोर युवाओं को संस्कार एवं राष्ट्रभक्ति से जोड़ने की आवश्यकता है। इस शिविर में सभी व्यायाम शिक्षकों ने अपने शारीरिक और बौद्धिक प्रशिक्षण से युवाओं में नयी उर्जा का सूत्रपात किया हैं। राष्ट्र भक्ति संस्कृति रक्षा, सेवा कार्य का संदेश लेकर यही बच्चे देश के भविष्य एवं कर्णधार बनेंगें। आधारशिला अकादमी उज्जैन में प्रांतीय आर्यवीर दल का दस दिवसीय शिविर में पूरे मध्यप्रदेश के 250 किशोर एवं युवा आर्यवीरों ने भाग लिया। स्वागत भाषण प्रांतीय संचालक भैरव सिंह आर्य ने दिया। प्रारंभ में अतिथियो का स्वागत ओम के उपवस्त्र से शिविराध्यक्ष वेद प्रकाश आर्य, डिप्टी कमांडेंट सन्तोष जाट, डॉ दक्षदेव गौड़, ओम प्रकाश पाटीदार, रमेश पाटीदार ने किया।

शिविर मे प्रतिदिन प्रातः 4 से रात्रि 10 बजे तक की दिनचर्या में बच्चों ने शारीरिक बौद्धिक एवं यज्ञ योग स्वाध्याय का प्रशिक्षण प्राप्त किया। शिविर के समापन अवसर पर सभी आर्य वीरों ने विगत दिनों में प्राप्त प्रशिक्षण का प्रदर्शन किया जिसमें सामूहिक योग आसन, दंड बैठक, सूर्य नमस्कार, लाठी, जिमनास्टिक आदि का प्रदर्शन किया। आर्य वीर दल के प्रांतीय महामंत्री प्रताप सिंह आर्य ने आय व्यय का वाचन किया। कार्यक्रम में विदिशा से दिनेश वाजपेयी, सभा के उप प्रधान लक्ष्मीनारायण आर्य, प्रदेश में आर्य वीर दल की नीव का पत्थर कहे जाने वाले काशीराम आर्य अनल, राजेंद्र व्यास, शिविर के लिए निःशुल्क स्थान उपलब्ध कराने वाले आधारशिला अकादमी के संचालक रेवाशंकर चौधरी, शिविर के कर्णधार वेदप्रकाश आर्य, जीवन प्रकाश आर्य, डॉ मालाकर, दक्षदेव गौड़, धर्माचार्य मुकेश आर्य आदि के साथ विभिन्न स्थानों से आए हुए आर्यवीरों के पालकगण एवं नगर के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए। संचालन डॉ ललित नागर ने किया। कार्यक्रम के प्रकटीकरण के पश्चात प्रशिक्षणार्थियो को विभिन्न पुरस्कार प्रदान किए। अंत में राष्ट्रीय प्रार्थना, वैदिक जयघोष एवं भोजन प्रसादी के साथ शिविर का समापन हुआ।