वनवासी लीलाओ के मंचन से फैलेगी सामाजिक समरसता,निषादराज व केवट प्रसंग की प्रस्तुति पर हुआ कलाकारो का सम्मान

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग द्वारा इन दिनो जिला प्रशासन के सहयोग से श्री राम कथा साहित्य मे वर्णित वनवासी चरित्रो पर आधारित विशिष्ट प्रस्तुतियो का आयोजन किया जा रहा है। इन प्रस्तुतियों के माध्यम से सामाजिक समरसता का वातावरण निर्मित हो इसीलिए रंग संस्था कला चौपाल द्वारा निषादराज गुहा और भगवान श्री राम की मैत्री पर आधारित प्रस्तुति का मंचन त्रिवेणी कला संग्रहालय सभागार उज्जैन मे किया गया।

इस आयोजन की शुरुआत मांझी आदिवासी पंचायती समाज के प्रदेश अध्यक्ष राकेश वर्मा व अन्य अतिथियो के द्वारा दीप प्रज्जवलन के साथ की गई। प्रस्तुति के दौरान संस्था कला चौपाल की प्रतिभाओ द्वारा भगवान श्री राम की निषादराज से भेंट, श्री राम का केवट से गंगा पार पहुंचाने का आग्रह, केवट द्वारा श्रीराम के पैर पकड़ने के साथ ही गंगा पार करवाने पर भेंट लेने से इंकार करने और केवट को भवसागर से पार कराने की बड़ी ही अच्छी प्रस्तुति दी गई। इस प्रस्तुति के बाद मांझी आदिवासी पंचायती समाज के प्रदेश अध्यक्ष राकेश वर्मा, खेमचंद्र रायकवार, सोमेश रायकवार, गोपाल रायकवार, चिंतामण रायकवार, हरीश पारिया, आरती पारिया, रामचरण रायकवार, बालमुकुंद बाथम, अक्षय रायकवार, राजू रायकवार, राकेश रायकवार व अन्य समाजजनो ने संस्था कला चौपाल के प्रमुख विशाल सिंह कुशवाह व सभी कलाकारो का साफा बांधकर पुष्पहार पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मान किया। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष श्री वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की घोषणा पर किए जा रहे इस आयोजन की मैं प्रशंसा करता हूं, क्योंकि ऐसे आयोजनो से ही वास्तविकता मे न सिर्फ सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलेगा बल्कि युवा पीढ़ी को भी भगवान निषादराज और भगवान श्री राम की मैत्री के साथ ही नि स्वार्थ भक्ति का भी अलख जगेगा।
इन कलाकारो का हुआ सम्मान
त्रिवेणी कला एवं पुरातत्व संग्रहालय सभागार मे भगवान श्री राम और निषादराज की मित्रता के सुंदर प्रसंगों का मंचन करने के साथ ही श्री राम के वनवास जाते समय निषादराज के श्री राम के प्रति सेवाभाव और रामायण बहुचर्चित प्रसंगों में प्रमुख केवट प्रसंग के मनोहारी दृश्यों का मंचन करने वाले सभी कलाकारों का मांझी आदिवासी पंचायती समाज प्रदेश अध्यक्ष राकेश वर्मा व समाजजनो द्वारा साफा बांधकर व भगवान निषादराज जी का स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। इस सम्मान समारोह में निषादराज गुहा लीला का निर्देशन करने वाले विशाल सिंह कुशवाह, तनिश परमार (राम), आर्यन परमार (लक्ष्मण) सुश्री अक्षिता (सीता), लव (भरत), कुश (शत्रुघ्न), पंकज आचार्य (दशरथ एवं निषादराज), श्रीमती आरती कुशवाह (कोशल्या), सुश्री पलक महाजन (केकई), सुश्री दिव्या (सुमित्रा), विशाल (ऋषि वाल्मीकि), गौरांश कुशवाह (बाल निषादराज), सुश्री गार्गी आचार्य (बाल राम), सुश्री पार्श्वी आचार्य (बाल लक्ष्मण), जजा एवं आयुषी सिंह (सूत्रधार), कुणाल सोलंकी (हनुमान), कृष्णपाल सिंह जादौन (सुग्रीव), प्रकाश परिकल्पना आनंद वर्मा एवं विशेष सहयोगी कुशाग्र सिंह का समाज बंधुओं द्वारा सम्मान किया गया।