सैलरी 15 हजार, मकान की किश्त 21500, महाकाल मंदिर के कर्मचारियों की संपत्ति की जांच की मांग

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) महाकाल मंदिर के जिला प्रोटोकाल ऑफिस के ऑपरेटर अभिषेक भार्गव, मनीष शर्मा व राजेंद्रसिंह की आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्रकरण दर्ज करने की मांग जिला पंचायत उपाध्यक्ष भरत पोरवाल ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, संभागायुक्त, कलेक्टर आशीष सिंह, एसपी, लोकायुक्त एसपी तथा आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ एसपी से की है। शिकायत में पोरवाल ने कहा कि अभिषेक भार्गव की सैलरी 15 हजार प्रतिमाह है जबकि उसके एक मकान की किश्त 21500 रूपये प्रतिमाह है, साथ ही उसके पास आरके पुरम, साईनाथ, हाटकेश्वरधाम कॉलोनी सहित अन्य स्थानों पर कई मकान व गाड़ियां हैं।

भरत पोरवाल ने शिकायत में कहा कि अभिषेक भार्गव ऑपरेटर होते हुए जिला प्रोटोकाल का दायित्व निभा रहा है। महाकाल मंदिर में कर्मचारियों की ड्यूटी चेंज करने के रूपये लेता है। जिला प्रोटोकाल के माध्यम से एवं कई जनप्रतिनिधियों के नाम से नंदीहॉल में दर्शन करवाता है। अपने ड्रायवर व अन्य कर्मचारियों के माध्यम से रूपये लेता है और होटलों पर आने वाले श्रध्दालुओं से होटल के कर्मचारी के माध्यम से दर्शन कराने के रूपये लेता है। उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा महाकाल वन प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य चल रहा है वहां भी काफी भ्रष्टाचार हो रहा है, वहां पर अकाउंटेंट अपना बैठा कर बिना रूपये लिये बिल पास नहीं होने दे रहा है। वहीं भार्गव के अधिनस्थ मनीष शर्मा सिंचाई विभाग का कर्मचारी है। इन दोनों ने राजेंद्रसिंह सिसौदिया के साथ मिलकर महाकाल मंदिर को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया है। यह लोग दर्शन, भस्मारती, गुप्तदान, दक्षिणा व अन्य तरीके से वर्षों से होटलों व दुकानदारों के साथ मिलकर महाकाल मंदिर में भ्रष्टाचार कर रहे हैं। मुख्यमंत्री, कलेक्टर, एसपी से पोरवाल ने कम्प्यूटर ऑपरेटर अभिषेक भार्गव, मनीष शर्मा व राजेंद्रसिंह सिसौदिया के भ्रष्टाचार की जांच करवाकर आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने व षड़यंत्रपूर्वक भ्रष्टाचार करने का प्रकरण दर्ज करने की मांग की। साथ ही कलेक्टर से भ्रष्ट कर्मचारियों को तत्काल पद से पृथक करने की मांग की।