त्रिवेणी संग्रहालय से चारधाम मन्दिर मार्ग चौड़ीकरण का कार्य आगामी सप्ताह में प्रारम्भ करने के निर्देश,जमीन अधिग्रहण का कार्य पूर्ण

उज्जैन 08 अक्टूबर।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) कलेक्टर आशीष सिंह ने स्मार्ट सिटी को निर्देश दिये हैं कि त्रिवेणी संग्रहालय से चारधाम मन्दिर सड़क एवं कालभैरव मन्दिर के पार्किंग विस्तार के लिये आवश्यक जमीन के अधिग्रहण का कार्य हो चुका है। जैसे ही अवार्ड की राशि अगले सप्ताह हितग्राहियों के खाते में जमा होती है, वैसे ही स्मार्ट सिटी दोनों कार्यों का निर्माण कार्य प्रारम्भ करे। निर्माण कार्य प्रारम्भ करने के साथ ही दोनों स्थानों पर टाइमर लगाने के निर्देश दिये हैं। कलेक्टर की अध्यक्षता में आज बृहस्पति भवन में श्री महाकाल महाराज परिसर विस्तार योजना के कार्यों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में नगर निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता,ए डी एम संतोष टैगोर , श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद थे।

बैठक में निम्नानुसार निर्देश दिये गये :-

श्री महाकालेश्वर मन्दिर के फ्रंट में 70 मीटर क्षेत्र में किये जाने वाले कार्यों का टेंटेटिव लेआऊट आगामी सात दिन में तैयार करने के निर्देश स्मार्ट सिटी को दिये।
बड़ा गणेश से उत्तर दिशा की ओर मार्ग 12 मीटर चौड़ा करने के मामले में धारा-11 का प्रकाशन कर दिया गया है। जमीन अधिग्रहण की कार्यवाही शीघ्र करने के निर्देश दिये गये।
श्री महाकालेश्वर मन्दिर परिसर में निर्मित किये जा रहे कॉरिडोर के शेष भाग का टेण्डर आगामी सप्ताह में करने के निर्देश दिये गये।
शिखर दर्शन योजना एवं लैंडस्केपिंग कार्य का टेण्डर भी आगामी सप्ताह में जारी होगा।
हरिफाटक ब्रिज की चारों भुजाओं के चौड़ीकरण का ड्राइंग रेलवे को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।
विजिटर फेसेलिटी-2 का कार्य 31 दिसम्बर के पूर्व पूर्ण करने के लिये कहा गया।
विक्रम विश्वविद्यालय के संग्रहालय के कार्य का टेण्डर 11 अक्टूबर तक जारी करने के निर्देश दिये गये।
श्री महाकाल महाराज परिसर विस्तार विस्तार योजना के लिये आवश्यक समस्त भू एवं भवन अधिग्रहण के मामलों के मुआवजे की गणना करते हुए रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजने के निर्देश दिये गये हैं।
रामघाट के सौंदर्यीकरण कार्य के टेण्डर भी आगामी सप्ताह में जारी होंगे। इसी तरह मन्नत गार्डन के पास खाली कराई गई जमीन एवं इम्पीरियल के पीछे खाली कराई गई जमीन कुल 3.2 हेक्टेयर जमीन पर किये जाने वाले विकास कार्यों की प्लानिंग आगामी सात दिन में प्रस्तुत करने के लिये कहा गया है।

सांकेतिक चित्र-