पूर्व सांसद पुत्र की गुंडागर्दी,कानून और कोर्ट को समझ रहे हैं खिलवाड़, ताले तोड़ मल्टी पर किया कब्जा

उज्जैन,(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)  फ्रीगंज पुरानी सब्जी मंडी क्षेत्र स्थित बिल्डिंग सिटी सेंटर मॉल है जिसका कुछ समय पहले से ही कोर्ट में विवाद चल रहा है जिस पर स्टे आर्डर लगा हुआ है जिसके तहत यहां मल्टी को क्रय विक्रय नहीं किया जा सकता परंतु पूर्व सांसद चिंतामन मालवीय द्वारा मल्टी को खरीदी बताकर उनके पुत्र दुष्यंत द्वारा सुबह 6:00 बजे कुछ लोगों के साथ मिलकर गलत तरीके से मल्टी के ताले तोड़ मल्टी पर कब्जा किया गया

वर्तमान कब्जाधारी डॉक्टर आभास शर्मा ने पत्रकार वार्ता में बताया  कि आज दिनांक 19-8-2021 को सुबह मुझे फ़ोन पर सूचना मिली की 20-25 गुंडे आपके फ्रीगंज स्थित भवन के ताले तोड़ रहे हैं और भवन में उतपात मचा रहे है में तुरंत वहा गया मेरे पूछने पर अचानक से मुझ पर दुष्यंत मालवीय व उसके गुंडों ने लाठी लात घुसो से हमला करने लगे इस झगड़े के बिच मेरी सोने की चैन छिन ली में किसी तरह से जान बचा कर भागा और माधव नगर थाने पर जा कर सुचना दी परन्तु थाने पर कोई भी अधिकारी नहीं होने का हवाला दिया गया और इस बिच उन गुंडों ने पुरे भवन में बलपूर्वक कब्जा कर लिया और मेरा सामान भी गायब कर दिया जिसमे 10 लाख के मेरे मेडिकल उपकरण व नगदी 50 हजार भी लूट लिए गए।

घटनाक्रम इस प्रकार हैं कि  फ्रीगंज स्थित यह भवन  मेरा पुश्तैनी मकान है जिस पर मैंने आभा अग्रवाल पति अशोक अग्रवाल से उधार पेटे गिरवी रखा था और यह उधारी राशि ब्याज समेत चुकाने पर मुझे वापस लौटाने का लिखित अनुबंध आभा अग्रवाल व अशोक अग्रवाल से मेरे पिता स्वं रविंद्र कुमार शर्मा से किया गया था चुकी आभा अग्रवाल की नियत ख़राब होने पर अमानत में खयानत कर द्वेषता पूर्वक हमारे साथ छल करके हमसे पैसे ब्याज सहित लेने के बाद भी यह भवन की रजिस्ट्री हमे अभी तक नहीं लौटाई गई व किसी और से सौदा किया गया है ऐसा पता चलने पर हमारी बुआ ने भवन पर अपना हक़ दिखाते हुए हम पर व आभा अग्रवाल पर केस लगाया है,
जिसमे निर्णय होने तक स्टे न्याय पालिका द्वारा दिया गया है जोकि 14-9-21 तक है जिसमे भवन के खरीदी बिक्री पर रोक लगा दी गयी है परन्तु कोर्ट के अवेहलना कर भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष द्वारा खरीदी गई जिस से वहा पर झगडे की स्थिति निर्मित की गई है। अपने पद का दुरूपयोग कर कोर्ट के आदेश की धजिया उड़ाई गई है|