पश्चिम बंगाल सरकार बर्खास्त करने की मांग

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) 8 अक्टूबर को पं. बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के सियागंज में हुए गर्भवती महिला सहित तिहरे हत्याकांड को लेकर समग्र हिंदू समाज ने गोपाल मंदिर से विराट मौन रैली निकाली जिसमें ‘हिंदुओं पर अत्याचार नहीं सहेंगे, पं. बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करो, पश्चिम बंगाल में हाहाकार बर्खास्त करो वहां की सरकार जैसे पं. बंगाल सरकार विरोधी नारों की तख्तियां लेकर 85 समाजों के सैकड़ों की संख्या में समाजजन शामिल हुए।
गोपाल मंदिर से प्रारंभ हुआ जुलूस छत्रीचैक, सराफा, सती गेट होते हुए कंठाल पहुंचा। जुलूस में आगे साध्वी हेमलता दीदी, विहिप जिलाध्यक्ष अशोक जैन चायवाला, समग्र हिंदू समाज जिला संयोजक चरणसिंह गिल चले। कंठाल पहुंचकर यहां शोकसभा का आयोजन किया गया जिसमें समाज के विभिन्न समाज प्रमुखों द्वारा पं. बंगाल सरकार द्वारा प्रायोजित आतंकवादी रणनीति से शासन करने की भत्र्सना कर शोक प्रकट किया गया। शोकसभा में वक्ता साध्वी हेमलता दीदी ने कहा कि एक गर्भवती स्त्री की हत्या महापाप है, जिसके साथ संपूर्ण परिवार की गला रेतकर हत्या की गई वह वहां की सरकार की सेह पर की गई है। दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाए। लोटी स्कूल के प्राचार्य अरूण शुक्ला ने बताया कि पं. बंगाल की सरकार द्वारा योजना पूर्वक ऐसी कई हिंदुओं की हत्या करवाई जा रही है अतः राष्ट्रपति को संज्ञान में लेकर उचित कार्यवाही करना चाहिये। इसी क्रम में अग्रवाल समाज के विजय अग्रवाल ने कहा कि बार-बार इस प्रकार की क्रमबध्द घटनाएं राज्य सरकार की मौन सहमति के बगैर संभव नहीं है। यह पहले कई बार साबित हो चुका है, मुख्यमंत्री ममता बैनर्जी की हिंदू विरोधी मानसिकता भी किसी से छुपी हुई नहीं है, पिछले दिनों राज्य में जयश्रीराम बोलने वालों पर कार्यवाही भी करवाई गई और स्वयं मुख्यमंत्री द्वारा भी जयश्री राम बोलने वालों के साथ मारपीट भी की गई थी। इसलिए वहां राष्ट्रपति शासन लागू हो। अंत में श्रध्दांजलि सभा का संचालन एवं ज्ञापन का वाचन कुलदीपक जोशी द्वारा किया गया एवं जिला संयोजक चरणसिंह गिल द्वारा महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन कलेक्टर के प्रतिनिधि को सौंपा गया। तत्पश्चात दो मिनिट का मौन रखकर शोक सभा का विसर्जन किया गया। मौन रैली महेश तिवारी के संयोजन में संपन्न हुई।