सरकार के सपने हुए साकार शहर के लोगो मिल रहा रोजगार, अभ्युदय उज्जैन अंतरराष्ट्रीय कंपनियों की नई पसंद बन रहा उज्‍जैन तथा उज्‍जैन में निर्मित सामग्री का हो रहा है विदेशों को निर्यात

उज्जैन,24 दिसंबर।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उद्योग फ्रेंडली नीति अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को मध्यप्रदेश में आने के लिए आकर्षित कर रही है। अमेरिका सहित कई अन्य देशों की बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने उज्जैन के विक्रम उद्योगपुरी सहित देवास औद्योगिक क्षेत्र तथा आगर मालवा औद्योगिक पार्क में अपने प्लांट स्थापित किए हैं। जिनमें निर्मित सामग्री का विदेशों को भी निर्यात हो रहा है। विक्रम उद्योगपुरी में संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की अंतरराष्ट्रीय कंपनी आरपीएसपीएल प्राइवेट लिमिटेड, पेप्सीको इंडिया होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड एवं आष्ट्रेलिया की प्लेग्रोटाइज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने अपने-अपने प्लांट स्थापित किए है। इसी प्रकार जर्मनी की वोल्वो आयशर कंपनी द्वारा अपने प्लांट स्थापित किए गए हैं। देवास औद्योगिक क्षेत्र में जापान की सेनओह इंडिया लिमिटेड तथा स्पेन की रोका सेनेटरी प्राइवेट लिमिटेड ने अपने प्लांट स्थापित किए है। मेडिकल डिवाईस पार्क में क्लीनिसप्लाईज प्राइवेट लिमिटेड अमेरिका तथा साउथ कोरिया की ई फाइबर प्राइवेट लिमिटेड ने अपने प्लांट स्थापित किए है। इसके अलावा औद्योगिक पार्क आगर मालवा में कनाडा की मेककेन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड काम कर रही है। अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा स्थापित फैक्ट्रियों में व्हीप्ड क्रीम, बेवरेजेस, खिलौने ऑटोमोबाइल पार्ट्स, सेनेटरी वेयर, मेडिकल डिवाइसेज, कैंसर डिटेक्शन कट, फ्रेंच फ्राइज आदि सामग्री निर्मित की जा रही है जिनका निर्यात विदेशों को भी किया जा रहा है। इनके अलावा कई भारतीय कंपनिया भी सम्मिलित है। जिनके द्वारा विक्रम उद्योगपुरी नागझिरी देवास औद्योगिक क्षेत्र तथा रतलाम में स्थापित फैक्ट्रियों के उत्पाद विदेशों को निर्यात हो रहे हैं। इनमें अमूल इंडिया, इस्कॉन बालाजी, बेस्ट लाइफस्टाइल, आरपीएसपीएल, सन फार्मास्यूटिकल तथा आईपीसीए लैबोरेट्रीज सम्मिलित है। इनके द्वारा उत्पादित सामग्री अमेरिका, यूक्रेन, रूस, कोरिया, कनाडा, सिंगापुर आदि देशों को निर्यात की जा रही है उज्जैन में दो साल में 16 हजार करोड़ का निवेश और 15 हजार से ज्यादा नौकरियां मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के स्पष्ट, दूरदर्शी और रोजगार-केंद्रित विजन के तहत मध्यप्रदेश आज देश के अग्रणी औद्योगिक राज्यों में तेजी से अपनी पहचान बना रहा है। राज्य सरकार की नई औद्योगिक नीतियां, निवेशकों के लिए अनुकूल वातावरण, सिंगल विंडो सिस्टम, सेक्टर आधारित प्रोत्साहन योजनाएं और मजबूत आधारभूत संरचना, सभी का संयुक्त प्रभाव अब जिला स्तर तक स्पष्ट रूप से दिखाई देने लगा है। उज्जैन जिला “अभ्युदय उज्जैन के संकल्प के साथ औद्योगिक, तकनीकी और आर्थिक विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। पिछले दो साल में जिले में विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों एवं परियोजनाओं के माध्यम से कुल 16400 करोड़ का निवेश आया है। इनसे 15500 से अधिक को प्रत्यक्ष तथा 25,000 से अधिक को अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट, रीजनल इंडस्ट्रीयल कॉन्क्लेव ने मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश मानचित्र पर मजबूती से स्थापित किया है। भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के माध्यम से राज्य की बड़े पैमाने पर निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए, वहीं उज्जैन में आयोजित रीजनल इंडस्ट्रीयल कॉन्क्लेव ने स्थानीय उद्योगों, एमएसएमई और युवाओं के लिए नए अवसरों के द्वार खोले। इसके अलावा सरकार द्वारा दुबई (यूएई), स्पेन, टोक्यो (जापान), जर्मनी और यूके जैसे देशों में किए गए अंतरराष्ट्रीय रोड-शो के साथ-साथ देश के प्रमुख औद्योगिक शहरों मुंबई, बेंगलुरु, कोयम्बटूर, सूरत, कोलकाता और लुधियाना में हुए रोड-शो के सकारात्मक परिणाम निवेश, उद्योग स्थापना और रोजगार के रूप में सामने आ रहे हैं। उज्जैन जिले की ही बात करें तो औद्योगिक विकास के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति दर्ज की गई है। पिछले दो साल में जिले के विभिन्न औद्योगिक पार्क में 246 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटित की जा की जा चुकी है। इनमें से 48 औद्योगिक इकाइयों ने उत्पादन शुरू कर दिया है। आज इस ग्रोथ समिट के जरिए जिले में 2,593 करोड़ के निवेश से जुड़े 15 औद्योगिक इकाईयों का 15 औद्योगिक इकाईयों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण प्रस्तावित है, जिनसे 4,176 से अधिक रोजगार के अवसर खुलेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के प्रयासों से विक्रम उद्योगपुरी ने खोली समृद्धि की राह 250 करोड़ रुपए के अतिरिक्त विशेष पैकेज से किसान हुए संतुष्ट मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम के अधिकारी श्री राजेश राठौर ने बताया कि विक्रम उद्योगपुरी क्षेत्र में किसानों को भूमि के बदले शासकीय गाईडलाइन के अनुसार 450 करोड़ रुपए की राशि दी ही गई है। वहीं 250 करोड रुपए का विशेष पैकेज अतिरिक्त रूप से किसानों को दिया गया है। क्षेत्र के किसानों को 700 करोड़ रुपए से अधिक राशि प्रदान की गई है। जिससे किसान संतुष्ट है। सहर्ष किसानों द्वारा अन्यत्र स्थानों पर पूर्व भूमि की तुलना में ज्यादा मात्रा में अब नई जमीनों की खरिदी की गई है। दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (डीएमआईसी) के अंतर्गत ग्राम नरवर में विक्रम उद्योगपुरी को 350 करोड़ रुपये की लागत से 773 एकड़ क्षेत्र में विकसित किया गया है। यहां कुल 109 भूखंडों में से 91 का आवंटन हो चुका है। इस औद्योगिक क्षेत्र में पेप्सिको, अमूल इंडिया, वोल्वो-आयशर, फेना, सुधाकर पाइप्स, माईराज पाइप्स, सीपी पेंट्स, इस्कॉन बालाजी जैसी प्रतिष्ठित औद्योगिक इकाइयां शामिल हैं, जिनमें से कई ने उत्पादन भी प्रारंभ कर दिया है। इन इकाइयों की स्थापना के पश्चात लगभग 6,480 करोड़ रुपये का पूंजी निवेश, 18.438 व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार तथा 25 हजार से अधिक व्यक्तियों को अप्रत्यक्ष रोजगार प्राप्त होने की उम्मीद है। विक्रम उद्योगपुरी में सभी भूखंड आवंटित हो चुके है। उद्योगपतियों की बढ़ती मांग को देखते हुए 472.24 हेक्टेयर में विक्रम उद्योगपुरी फेज 2 लाने की तैयारी है। गारमेंट हब के रूप में मिली पहचान इसके अलावा ग्राम नागझिरी में बेस्ट लाइफ कॉर्पोरेशन तथा ग्राम नवाखेड़ा में प्रतिभा स्वराज लिमिटेड को भूमि आवंटन कर वस्त्र एवं परिधान उद्योग को बढ़ावा दिया गया है। इन दोनों परियोजनाओं से 315 करोड़ रुपये का निवेश और 5,000 से अधिक रोजगार सृजित हुए हैं, जिनमें 90 प्रतिशत से अधिक महिलाएं कार्यरत हैं। मेडिकल डिवाइस पार्क से आत्मनिर्भर मध्य प्रदेश की ओर कदम देश के चार प्रमुख मेडिकल डिवाइस पार्कों में से एक मेडिकल डिवाइस पार्क, उज्जैन को 360 एकड़ में 222 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। विगत दो वर्षों में यहां 66 मेडिकल डिवाइस विनिर्माण इकाइ‌यों को भूमि आवंटित की गई है, जिनसे 2,894 करोड़ रुपये का निवेश, 9,625 प्रत्यक्ष रोजगार तथा 10 हजार से अधिक अप्रत्यक्ष रोजगार सृजित होने का अनुमान है। आईटी पार्क से बनेगा उज्जैन आईटी सिटी उच्च कौशल रोजगार और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए उज्जैन में आईटी पार्क फेस-1 का काम चल रहा है। इसे 2.161 हेक्टेयर जमीन पर बनाया जा रहा है। इसका भूमिपूजन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन याद‌व द्वारा पिछले साल किया गया था। इसका निर्माण कार्य तेजी से जारी है और उपलब्ध बिल्ट-अप क्षेत्र की तुलना में 1.5 गुना से अधिक प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। आईटी क्षेत्र की निरंतर मांग को देखते हुए आईटी पार्क फेस-2 की टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। आने वाले समय में उज्जैन एक आईटी सिटी के रूप में नई पहचान स्थापित करेगा। एमएसएमई और औद्योगिक पार्कों से बढ़ रहा स्थानीय रोजगार ताजपुर औद्योगिक क्षेत्र को 85 हेक्टेयर में 56 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। इसमें अब तक 180 इकाइयों को भूमि आवंटन किया जा चुका है और 115 करोड़ रुपये का निवेश के साथ 650 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिल रहा है। मक्सी औद्योगिक पार्क फेस-2 को 55.86 हेक्टेयर में 35 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया गया है। यहां सोलर सेल विनिर्माण हेतु 8,152 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है, जिससे 4,500 से अधिक रोजगार सृजित होंगे। औद्योगिक इकाईयों का भूमिपूजन लोकार्पण औद्योगिक क्षेत्र विक्रमउद्योगपुरी तथा अन्य स्थानों पर जिन औद्योगिक इकाईयों का लोकार्पण हुआ है। उनके अंतर्गत 1225 करोड रुपए निवेश की पेप्सी को इंडिया होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल है। जिसके माध्यम से 500 व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा इसके अलावा 350 करोड रुपए निवेश की सिंबायोटिक लाइफ साइंसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 500 व्यक्तियों को रोजगार दिया जा रहा है। 52 करोड रुपए निवेश की अलंकार स्पेशलिटी केबल्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा ढाई सौ व्यक्तियों को रोजगार दिया जा रहा है। लोकार्पित इकाइयों में 48 करोड रुपए निवेश की बॉंड कॉन्सेप्ट लिमिटेड भी शामिल है जिसमें 1500 व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है। इसके अलावा 30 करोड रुपए निवेश वाली प्लेग्रो टायज इंडिया प्राइवेट लिमिटेड तथा ताजपुर में 330 करोड रुपए निवेश वाली अरगायु लाइफ साइंस प्राइवेट लिमिटेड भी सम्मिलित है जिनका भूमि पूजन हुआ है। उनमें 450 करोड रुपए निवेश की वीई कमर्शियल व्हीकल्स लिमिटेड 300 करोड रुपए निवेश की सलकस प्राइवेट लिमिटेड 50 करोड रुपए यह निवेश का वर्किंग वूमंस हॉस्टल 40 करोड रुपए निवेश से वैलनेस इनग्रेडिएंट्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड पैकेज निवेश की नंदिनी मेडिकल लैबोरेट्री प्राइवेट लिमिटेड 6 करोड रुपए की फॉरएवर इमेज प्राइवेट लिमिटेड 0.7 करो निवेश की हसन की स्टील हाउस 0.5 करोड रुपए निवेश की क्लास स्टूडेंट स्टेशनरी तथा डेढ़ करोड़ रुपये निवेश की श्री लक्ष्मी नारायण इंटरप्राइजेज शामिल है जिनके माध्यम से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा। विक्रम उद्योगपुरी में शुरू हो चुकी औद्योगिक इकाइयों में महत्वपूर्ण रूप से पंचमहल जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड की यूनिट सम्मिलित है। जिसमें 400 करोड रुपए का निवेश किया गया है। इसके माध्यम से लगभग 350 व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है इसके अलावा 62 करोड रुपए की श्रीनिवास फार्मोकेम के द्वारा 300 व्यक्तियों के रोजगार मिल रहा है। 156 करोड रुपए निवेश की सुधाकर पीवीसी प्रोडक्ट 200 व्यक्तियों को रोजगार दे रही है डीसीएम नोबेल लिमिटेड स्पेशलिटी केमिकल्स बनती है जिसमें 200 करोड रुपए का निवेश किया गया है। 400 व्यक्ति रोजगार प्राप्त कर रहे हैं। सिंबायोटिक जेनफोल्ड फाइन केमिकल्स निर्मित कर रही है सी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा डिटर्जेंट उत्पाद बनाए जा रहे हैं जिनके माध्यम से 500 व्यक्तियों को रोजगार मिल रहा है। इसके अलावा सुधाकर पीवीसी प्रोडक्ट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा माइक्रो इरिगेशन सिस्टम निर्मित किया जाता है। इसके अलावा एंजेल कामटेक द्वारा क्लोरोफ्लोरो इंटर मेडिएट्स निर्मित किया जा रहे हैं। कलर पेंट बनाने वाली सीपी पेंट इकाई भी चालू हो चुकी है अबान बेवरेजेस फ्रूट जूस तथा बेवरेज निर्मित कर रही है। विक्रम उद्योगपुरी में अलंकार स्पेशलिटी केबल्स बॉन्डकॉन्सेप्ट लिमिटेड रेल्स प्राइवेट लिमिटेड इस्कॉन बालाजी फूड्स इकाईया भी शुरू हो चुकी है जिनके द्वारा बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिल रहा है।

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