वंशिका उर्फ रुखसार ने बताया कि उसे शुरू से सनातन धर्म पसंद है, क्योंकि यहां पर लड़कियों का सम्मान किया जाता है। इस बारे में मीडिया से बात करते हुए उसने कहा ‘मेरा नाम रुखसार है, मैंने अपनी मर्जी से सनातन धर्म में प्रवेश करते हुए विशाल से शादी की है। मुझे ये धर्म अच्छा लगता था, इसलिए मैंने इस धर्म में शादी की है।’ रुखसार ने बताया कि उसे बचपन से सनातन धर्म में रुचि थी। इसलिए वह घर में बिंदी लगाती और साड़ी पहनती थी। यहां तक कि नवरात्रि में माता जी के दर्शन करने भी जाती थी।
वंशिका ने आगे कहा, ‘मुझे अपने धर्म में तो रहना ही नहीं था, इसलिए मैंने यह धर्म अपनाया है। इस धर्म में बहुत कुछ है, यहां लड़कियों को मान्यता दी जाती है, उन्हें देवी का रूप माना जाता है। मेरा निकाह 27 तारीख को होने वाला था, लेकिन मैंने उनको छोड़कर आज हरिहर मिलन था तो इनसे शादी की है।’
विशाल से पहली मुलाकात के बारे में बताते हुए वंशिका उर्फ रुखसार ने कहा कि विशाल से मेरी मुलाकात इंस्टाग्राम पर हुई थी। इसके बाद हमारी दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया। वंशिका ने कहा, मैंने इनसे शादी का फैसला इसलिए किया क्योंकि मुझे इनका धर्म अच्छा लगा। इस धर्म और जाति के लोग महिला का सम्मान करते हैं, यहां उन्हें देवी जैसा माना जाता है। इसलिए मैंने बिना किसी डर और दबाव के सनातन धर्म अपनाया है। अब पति के साथ रहूंगी, यह मेरे लिए योग्य हैं और ये मेरा पूरा साथ देंगे और मरते दम तक मेरा साथ देंगे। उनके परिवार को मुझसे कोई परेशानी नहीं है।’
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वंशिका से शादी करने वाले विशाल राजपूत का परिवार खेती-किसानी करता है और विशाल खुद भी किसान है। वह भी इस शादी से बहुत खुश है और उसने रुखसार का हमेशा ध्यान रखने की बात कही है।
खंडवा के महादेवगढ़ मंदिर परिसर में हुई इस शादी में नव विवाहित जोड़े ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पवित्र अग्नि के सात फेरे लिए और जीवन भर साथ निभाने का वचन लिया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने रुखसार का कन्यादान किया और विशाल ने मंगलसूत्र पहनाकर वंशिका को पत्नी के रूप में स्वीकार किया।
परिवार के विरोध के बारे में पूछे जाने पर वंशिका उर्फ रुखसार ने कहा कि उन्हें जो सोचना हैं सोचें, उनको जो करना है वो उनकी मर्जी। मैंने अपनी मर्जी से इनसे शादी की है तो मुझे इनके साथ रहना है। मुझे जबरदस्ती किसी और से शादी नहीं करना है।
