नितिन गडकरी ने किया मध्यप्रदेश के सबसे लंबे फ्लाईओवर ब्रिज का लोकार्पण, जबलपुर से टाइगर रिजर्व तक 4-लेन की कनेक्टिविटी होगी

जबलपुर:(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) जबलपुर में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को मध्यप्रदेश के सबसे लंबे फ्लाईओवर ब्रिज का लोकार्पण किया. इस सात किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर का नाम वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर रखा गया है. इस फ्लाईओवर के बनने से ट्रैफिक से निजात मिलेगी तो वहीं सफर भी आसान होगा.

लेकिन इस कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मंच से संबोधन के दौरान कुछ ऐसा कह गए जो चर्चा का विषय बन गया. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने पूर्व सीएम कमलनाथ का मंच से जिक्र किया. वहीं कार्यक्रम के बाद कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नितिन गडकरी को बधाई दी.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उस समय मप्र में कांग्रेस का शासन था. कमलनाथ मुख्यमंत्री थे. मैंने कमलनाथ से निवेदन किया, आप सीआरएफ में ये प्रपोजल भेज दो. इससे दोगुना पैसा मैं आपको राष्ट्रीय राजमार्ग में दूंगा. उन्होंने प्रपोजल भेज दिया. बहुत अच्छा फ्लाईओवर आज जनता को मिला है. देश में पहली बार ऐसा हुआ था कि सीआरईएफ से रुपए का काम स्वीकृत किया गया हो.

कार्यक्रम के दौरान गडकरी ने 15,000 करोड़ रुपए की लागत वाले और 255 किमी लंबाई के भोपाल-जबलपुर नए ग्रीनफील्ड हाईवे की घोषणा भी की. उन्होंने 5500 करोड़ के टाइगर कॉरिडोर परियोजना की भी घोषणा की. इसमें कान्हा, बांधवगढ़, पन्ना और पेंच को जोड़ा जाएगा. इससे जबलपुर से टाइगर रिजर्व तक 4-लेन की कनेक्टिविटी होगी.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि जबलपुर में आज सबसे बड़े फ्लाईओवर का लोकार्पण हुआ है, इसके लिए मैं जबलपुर की जनता को बधाई देता हूं. संस्कारधानी के लोगों को याद होगा कि इस फ्लाईओवर के निर्माण की प्रक्रिया तब शुरू हुई थी, जब मैं मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री था.

मैं केंद्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी को भी बधाई देता हूँ कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि कांग्रेस की सरकार के समय में मैंने इस फ़्लाइओवर के लिए प्रस्ताव भेजा था. मैं आशा करता हूँ कि श्री गडकरी की तरह अन्य केन्द्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश की सरकार भी मेरे मुख्यमंत्री कार्यकाल में कांग्रेस सरकार द्वारा किये गये विकास कार्यों का श्रेय ख़ुद लेने की होड़ नहीं करेंगे और प्रदेश की जनता को बताएंगे कि चाहे मेट्रो परियोजना हो या महाकाल कॉरिडोर का निर्माण इन सबकी शुरुआत कांग्रेस सरकार ने की थी.