उज्जैन,(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) उज्जैन में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, 18 वर्षीय विकास शर्मा ने आज अपने जन्मदिन पर जहर खाकर आत्महत्या कर ली। विकास दो बहनों का इकलौता भाई था और अपनी मां का लाडला पुत्र था। वह अपनी मां के शरीर में पनप रही कैंसर की गठन का इलाज करना चाहता था, लेकिन आर्थिक सहायता नहीं जुटा पाने पर आत्महत्या की |
आज 18 जून बुधवार को विकास का जन्मदिवस था , विकास इंदौर की एक कंपनी में सर्विस करता था और अपनी मां के इलाज के लिए रात-दिन मेहनत कर रहा था। वह अपनी मां के साथ सार्थक नगर में कई वर्षों से किराए से रह रहा था। विकास की बड़ी बहन और जीजा ने हाल ही में विकास से मुलाकात की थी और विकास ने अपने जन्मदिन के अवसर पर अपनी मां के साथ तस्वीरें साझा की थीं।
अगर आयुष्मान कार्ड होता तो हो जाता इलाज
विकास आर्थिक रूप से बहुत कमजोर था और आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अपनी मां का इलाज करवाना चाहता था। वह कार्ड बनवाने के लिए जगह-जगह भटक रहा था, लेकिन उसे हर जगह से निराशा भरे जवाब मिले। उसने उज्जैन के सांसद, विधायक और अन्य अधिकारियों से भी संपर्क किया, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
विकास के जीजा ने लगाया आरोप
विकास के जीजा ने एमपी सरकार पर आरोप लगाया है कि ऐसे लोग आयुष्मान कार्ड का लाभ ले रहे हैं जो आर्थिक रूप से पूर्ण सक्षम हैं, जबकि वास्तविक आवश्यकता वाले लोगों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।
आयुष्मान कार्ड नहीं बनने के कारण विकास अपनी मां का इलाज नहीं कर पा रहा था। यही मां की पीड़ा ने विकास की रातों की नींद उड़ा दी थी। उन्होंने कहा कि क्या हमारा ब्राह्मण होना गुनाह है? सरकार को आयुष्मान योजना को और अधिक पारदर्शी और प्रभावी बनाने के लिए कदम उठाने चाहिए, ताकि गरीब और जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिल सके।