नहीं थम रहा महाकाल मंदिर में भस्म आरती और जलाभिषेक के नाम पर भक्तों से ठगी का मामला,रसीद कटवाने के नाम पर 21 हजार 600 रुपए की ठगी 

उज्जैन ।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) उज्जैन में बाबा महाकाल की भस्मारती और जलाभिषेक के नाम पर भक्तों को ठगने  की खबर सामने आई है. यहां छत्तीसगढ़ से आए श्रद्धालुओं को भस्म आरती की अनुमति और रसीद कटवाने के नाम पर 21 हजार 600 रुपए की ठगी की गई है. मामले में महाकाल थाना पुलिस को एफ आई आर  दर्ज करने के लिए मंदिर प्रबंधन समिति ने पत्र सौंपा है।

12 ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती और जलाभिषेक के लिए प्रोटोकॉल सिस्टम मंदिर प्रबंधन समिति की ओर से लागू किया गया है. आम श्रद्धालुओं को लाइन में लगकर दर्शन करना और भस्म आरती में शामिल होने के लिए परमिशन लेनी होती है. प्रोटोकॉल के माध्यम से मंदिर के पंडे, पुजारी, सांसद, विधायक, महापौर, मंत्री और सरकारी अधिकारी को परमिशन दी जाती है, लेकिन कुछ लोग प्रोटोकॉल के नाम पर महाकाल के भक्तों से ज्यादा राशि वसूल कर ठगी कर रहे हैं। ताजा मामले में छत्तीसगढ़ से आए श्रद्धालुओं के साथ ठगी की गई है।

6 श्रद्धालुओं से 21600 की ठगी
उज्जैन महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक संदीप सोनी ने बताया छत्तीसगढ़ से 6 श्रद्धालु भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए आए थे. यहां उनकी मुलाकात बाहरी पुरोहित घनश्याम शर्मा और यश शर्मा से हुई। दोनों ने 6 लोगों की भस्म आरती में शामिल होने की अनुमति बनवाने और जलाभिषेक रसीद कटवाने के नाम पर 21 हजार 600 रुपए लिए थे. लेकिन जब श्रद्धालु समय पर जलाभिषेक नहीं कर सके तो मंदिर प्रशासन को शिकायत की गई।

 

मंदिर समिति ने एफ आई आर दर्ज करने पुलिस को सौंपा पत्र
श्रद्धालुओं की शिकायत के बाद पूछताछ में घनश्याम शर्मा और यश शर्मा ने बताया भस्म आरती की अनुमति उन्होंने सोनू पारिख के जरिए और गर्भ गृह में जलाभिषेक की रसीद भावेश जोशी के जरिए कटवाई थी. मंदिर प्रशासन की जांच में सामने आया कि भस्म आरती की अनुमति विधायक मुरली मोरवाल के कोटे से बनी थी. इसी तरह गर्भगृह में जलाभिषेक के लिए प्रोटोकॉल पॉइंट महापौर के नाम से उनके प्रतिनिधि पवन के जरिए डलवाया गया था. शिकायत के आधार पर मंदिर प्रशासन ने जांच की है. इसके बाद मंदिर प्रशासन ने महाकाल थाना पुलिस को एफ आई आर दर्ज करने के लिए पत्र सौंपा है.

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