महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती पर किया शहीदों का स्मरण

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा नारा देने वाले महान क्रांतिकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस कि 126वीं जयंती पर सर सैयद अहमद वेलफेयर सोसाइटी द्वारा शहीद पार्क स्थित उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। साथ ही देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले सभी वीरों को शहीद स्मारक पर पुष्प अर्पित पर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है।

सर सैयद अहमद वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष पंकज जायसवाल,सचिव धर्मेंद्र राठौर एवं उपाध्यक्ष समीर उल हक ने बताया कि समाजसेवी मो. इकबाल उस्मानी ने शहीदों का स्मरण करते हुए कहा कि आज हम जो आजादी की सांस ले पा रहे हैं उसके लिए अनेक वीरों ने अपने प्राणों की आहुति दी। हमें  वीरो की कुर्बानी को हमेशा याद रखना चाहिए। देश की एकता और अखंडता के लिए हमें जागरूक रहना चाहिए। इस अवसर पर राखी मिश्रा, राम बंसल, मध्य प्रदेश हज कमेटी के पूर्व सदस्य हाजी इकबाल हुसैन, रिजवान रॉयल, सूरज मंडोलिया, रेहान शफ़क़, अशरफ पठान, सैयद निजाम अली, इरफान अंसारी, शरीफ खान, निराला खान ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस एवं शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उपरोक्त जानकारी प्रचार सचिव चेतन ठक्कर ने दी।


अन्नपूर्णा ग्रुप ने मनाई नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती
उज्जैन। अन्नपूर्णा ग्रुप द्वारा 23 जनवरी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती मनाई गई।
ग्रुप के अध्यक्ष सुभाष यादव ने बताया कि नवनियुक्त मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव योगेश शर्मा, एवं युवक कांग्रेस के प्रतीक जैन ने मूर्ति पर माल्यार्पण किया। संचालन आई टी सेल शहर अध्यक्ष संचित शर्मा ने किया। आभार सुखदेव यादव ने माना। इस अवसर पर शैलू परमार, गोकुल चावड़ा, आकिब नूर आदि मौजूद रहे।


अभा कायस्थ महासभा ने किया सुभाषचंद्र बोस को नमन
उज्जैन। सुभाषचन्द्र बोस जयंती के उपलक्ष में आगर रोड स्थित सुभाष चंद्र बोस प्रतिमा पर अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा माल्यार्पण और नमन किया।
इस अवसर पर कायस्थ समाजसेवी एवं अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जिला अध्यक्ष हरिश श्रीवास्तव, स्वाति श्रीवास्तव महिला अध्यक्ष, राजकुमार श्रीवास्तव, आलोक माथुर, त्रिलोक निगम, घनश्याम सक्सेना, निखिलेश खरे, बृजेश श्रीवास्तव, महिला सदस्य आशा श्रीवास्तव, पूजा श्रीवास्तव, निहारिका श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।


हिटलर ने दी थी बोस को नेताजी की उपाधि……सांसद
नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की 127वीं जयंती पराक्रम दिवस के रूप में मनाई गई

उज्जैन। सुभाषचन्द्र बोस महज एक क्रांतिकारी नहीं वरन् एक अप्रतिम व्यक्तित्व थे। जिनकी स्वतंत्रता प्राप्ति हेतु जीवटता, संघर्ष, कर्मठता और रणनीति के चलते स्वयं रूडोल्फ हिटलर ने बोस को नेताजी की उपाधि से नवाजा था। आज भारत सरकार के साथ आजाद हिन्द फौज इसे पराक्रम के रूप में मनाकर युवाओं को प्रेरित कर रही है।
उक्त विचार सांसद अनिल फिरोजिया ने आजाद हिन्द पैनल जिला उज्जैन के तत्वावधान में प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी राष्ट्रीय क्रांतिकारी, राष्ट्रभक्त नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के जयंती पर आगर रोड़ स्थित चरक हास्पिटल तिराहे पर नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की प्रतिमा पर 23 जनवरी 2023 को प्रातः 9 बजे माल्यार्पण कार्यक्रम में व्यक्त किये।
आजाद हिन्द पैनल के संरक्षक श्रीराम तिवारी व अध्यक्ष डाॅ.घनश्याम शर्मा के अनुसार अतिथियों सांसद अनिल फिरोजिया, भाजपा नगर अध्यक्ष विवेक जोशी, महापौर मुकेश टटवाल, निगम सभापति कलावती यादव, भाजपा प्रदेश सह कोषाध्यक्ष अनिल जैन कालूहेड़ा, एमआईसी सदस्य शिवेन्द तिवारी ने माल्यार्पण करने के साथ ही कार्यक्रम को भी संबोधित किया।
नेताजी प्रतिमा पर माल्यार्पण के पूर्व नेताजी का क्षिप्रा एवं नर्मदा के जल एवं गाय के दूध से दुग्धाभिषेक किया गया।
भाजपा अध्यक्ष विवेक जोशी ने संबोधन में कहा कि स्वतंत्रता के लिये नेताजी का योगदान अभूतपूर्व रहा। यदि नेताजी जीवित होते तो तत्समय का भारत अखंड राष्ट्र बना रहता।
महापौर मुकेश टटवाल ने उद्बोधन में बोला कि महात्मा गांधी अहिंसा आंदोलन के उत्प्रेरक रहे परंतु  नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने करो या मरो का नारा देकर स्वतंत्रता आंदोलन को जीवंतता, ऊर्जा, जोश से परिपूर्ण कर जन जन की रगों में राष्ट्रवाद का रक्तसंचार कर दिया।
सभापति श्रीमती कलावती यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि नेताजी ने ‘‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’’ का नारा देते हुए भारतीय स्वतंत्रता के सबसे सशक्त हस्ताक्षर के रूप में इस नारे से भारतीय स्वतंत्रता की इबारत लिखी।
कार्यक्रम को अनिल जैन कालूहेड़ा, शिवेन्द्र तिवारी ने भी संबोधित किया। अतिथि स्वागत पैनल संयोजक जयप्रकाश राठी ने किया।
कार्यक्रम का संचालन अध्यक्ष डाॅ.घनश्याम शर्मा ने किया। आभार संरक्षक श्रीराम तिवारी ने माना।
कार्यक्रम में प्रकाश चित्तौड़ा, योगेश्वरी राठौर, गब्बर भाटी, हेमंत गेहलोत, शील लश्करी, विमलचंद पगारिया, रजा अली सिद्दीकी, राकेश राव, बन्ने मियां नागौरी, जगदीश पांचाल, दिलीप भार्गव, हुकुमचंद राय, राजेश दिसावल, गजेन्द्र सकलेचा, पारस जैन, शुभम शर्मा, भूपेन्द्र शर्मा, निश्चय शर्मा, खोजेमा खण्डवावाला आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।