Time is Money नही रहा अब Time is सुख परिवार और रिश्ते है- प पू सुलभ शान्तु गुरू

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़…राजेश सिंह भदौरिया बंटी)- रामकथा मे बाल लीला का वर्णन करते हुऐ कहा कि बच्चे परमात्मा की बड़ी कृपा का फल है नही तो उस मे धर से पुछों जो इस सुख से वंचित है अब वो समय गया जब टाईम ईज मनी था अब तो लोग मिनटो मे पैसा कमा लेते है अब टाईम से सुख है टाईम से परिवार है टाईम से रिश्ते है नही तो सब समाप्त हो जाऐगा
माता पिता बच्चो से अधिक समय तो आजकल फेसबुक और वाट्सअप को देते है बच्चै घर के पौधे है उनको आप के समय और देखरेख की आवश्यकता है यदि पौधे को समय पर पानी खाद देखरेख न करो तो वो या तो नष्ट हो जाऐगा अथवा तो बिना आकार का पौधा बन कर विकसीत होगा । आज आप बच्चो को समय नही देंगे जब उन्हे आवश्यकता है को कल ऐसा समय आता है जब आपको उनकी आवश्यकता होगी तो वो आपको समय नही देंगे।