कथक शैली में प्रस्तुत की “भक्त वत्सल श्री राम“ की कथा

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) म.प्र शा. संस्कृति विभाग, भो. त्रिवेणी संग्रहालय उज्जैन द्वारा आयोजित श्री राम नवमी, प्रागट्य पर्व में “भक्त वत्सल श्री राम“ की कथा कथक शैली में उज्जैन के पं. कुलदीप दुबे एवं साथी कलाकारों की मयसंगीत प्रस्तुति हुई। जिसमें गोस्वामी तुलसी दास जी कृत श्रीरामचरित मानस को आधार क्रम बना, ईश्वर के जन्म लेने के कारण, रामावतार जन्म, भक्तो को तारने, से लेकर राजा बनने की कथा को  राणोजी की छत्री रामघाट उज्जैन पर प्रस्तुत किया गया।

राम जन्मोत्सव, अहिल्या उद्धार, वन गमन, भरत मिलाप, शबरी प्रसंग, हनुमात मिलाप, एवं केवट प्रसंग की प्रस्तुति देखकर दर्शक भावविभोर हो आनंदित हो उठे। रात्रि तक दर्शक प्रस्तुति देख मुग्ध हुए, शास्त्रीय एवं प्रसंग आधारित भक्ति गीतों की मय संगतकारों के साथ हुई। सम्पूर्ण प्रस्तुति निर्देशन- नृत्य, आलेख, गीत/संगीत संयोजन पं. कुलदीप दुबे द्वारा किया गया। नृत्य दल में डॉ अंजना चौहान, नेहा चौधरी, ऐश्वर्या दुबे, पूर्वा भालेराव, प्रियांशी नागर, योगिता टेलर, आस्था मेहता, वेदिका जैन, विधि जिंदल मुख्य पात्र विष्णु – मयूरी शर्मा सक्सेना, राम- ज्योति ताम्रकार, लक्ष्मण – वेदिका पांडे, सीता – आर्ची काकरिया, केवट/तुलसीदासजी/गौतम ऋषि – कुलदीप दुबे नजर आए। लाइट एवं संवाद- दीपक कोडपे का रहा। गायन- स्वर अंकिता गीते, पूजा चौहान, विशाल वाकणकर, मुरली ओंकार, अविनाश का रहा। तबला – विनायक शर्मा, पखावज शैलेंद्र चौहान, हारमोनियम – गौरांग राहुल शर्मा, बांसुरी – विपिन मरमट, विशेष सहयोग डॉ – अनीता टी.एस चौधरी का रहा।