अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने के बाद पर्यटन को मिला बढ़ावा, कश्मीर घाटी में पर्यटकों की तादाद ने पिछले रिकॉर्ड तोड़े, जून तक सारे होटल भी बुक

श्रीनगर।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)  जम्मू-कश्मीर से जुड़े संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पर्यटन को काफी बढ़ावा मिला है। आतंकी हमले कम होने की वजह से भी पर्यटकों की तादात बढ़ी है। पर्यटन ही जम्मू-कश्मीर के लोगों की रोजी का मुख्य अंग है और खुशी की बात ये है कि इस साल यानी 2022 के पहले तीन महीने में ही कश्मीर घाटी में पर्यटकों की संख्या 3 लाख के पार हो गई है। पिछले साल कश्मीर घाटी में कुल 6.65 लाख सैलानी ही पहुंचे थे। यहां पर्यटक किस कदर आ रहे हैं, ये इससे पता चलता है कि घाटी में होटल, गेस्ट हाउस और हाउसबोट जून तक फुल हैं। साधारण होटलों के अलावा भी 3 और 5 सितारा होटलों में भी कमरे नहीं मिल रहे हैं।

पर्यटकों की संख्या इतनी ज्यादा है कि 28 मार्च को श्रीनगर एयरपोर्ट से 15000 से ज्यादा लोगों ने सफर किया। ये एक दिन में सबसे बड़ी तादाद है। इसके अलावा अब तक श्रीनगर के मशहूर ट्यूलिप गार्डन को देखने के लिए 90000 लोग पहुंच चुके हैं। ऐसे में कश्मीर घाटी में पर्यटन से जुड़े लोग काफी खुश हैं। पिछले साल जाड़े में भी पर्यटकों की भीड़ घाटी में थी। इस साल की शुरुआत से लेकर अब तक का वक्त भी दमदार रहा है। खासकर डल झील के आसपास के होटल और गेस्ट हाउस बुक होने से उनकी आमदनी भी बढ़ी है। डल झील में शिकारा चलाने वाले भी कह रहे हैं कि पहले जहां सैर कराने के लिए दिन भर में एक या दो बार जाते थे। वहीं, अब सुबह से ही पर्यटकों की भीड़ संभालनी पड़ रही है। इससे उनकी भी कमाई बढ़ी है।जम्मू-कश्मीर के पर्यटन विभाग के मुताबिक इस बार घाटी में रिकॉर्ड पर्यटक पहुंचे हैं और ये पिछले 10 साल की तुलना में जनवरी से लेकर मार्च तक आने वाले पर्यटकों की औसत संख्या को पार कर चुका है। इसकी वजह पर्यटन विभाग की ओर से लगातार किए जा रहे प्रचार और प्रयासों का नतीजा है। पर्यटन विभाग को उम्मीद है कि अगले दो महीने में पर्यटकों की तादाद नया रिकॉर्ड बनाएगी।