चक्रतीर्थ पर दाह संस्कार के 5 घाट टूटे, जमीन जलाने पड़ रहे शव

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) चक्रतीर्थ पर दाह संस्कार करने के लिए बने घाटों में से 5 घाट टूटे पड़े हुए है। इसके चारो ओर गंदगी फेल रही है। सफाई के अभाव में पास में बह रही शिप्रा नदी में साफ पानी कम कीचड़ ज्यादा नजर आ रहा है। मृत्यु उपरांत लोगों को अंतिम संस्कार के लिए यहीं पर लाया जाता है लेकिन इस स्थान की दुर्दशा किसी से देखी ना रही है। शिप्रा के घाटों पर प्रतिदिन यजमानों पूजन कराने वाले तीर्थ पुरोहितों में इस अनदेखी के प्रति खासी नाराजगी है। इससे शहर में चल रहे स्वच्छता अभियान का मखौल उड़ता नजर आ रहा है। नगर निगम प्रशासन को शीघ्र ही यहां आवश्यक निर्माण कार्य से लेकर विशेष सफाई कराने की चेतावनी दी है यदि आम जनता की सुविधा के लिए यहां कार्य नहीं हुए तो आने वाले समय में आंदोलन किया जाएगा।   तीर्थ पुरोहित पंडित विनोद व्यास सन्नी गुरु ने जानकारी देते हुए बताया कि चक्रतीर्थ पर प्रतिदिन अंतिम संस्कार के लिए लोगों को लाया जाता है। उनके साथ सैकड़ों की संख्या में सामाजिक लोग भी यहां आते हैं। यहां कई तरह की समस्या व्याप्त है। इनमें प्रमुख रूप से अंतिम संस्कार के लिए बने घाटों की है जो टूट रहे हैं। ऐसे में लोगों को मजबूरी में नीचे जमीन पर ही अंतिम संस्कार करना पड़ रहे हैं। आसपास भारी मात्रा में गंदगी जमा है। सफाई पर भी कोई ध्यान नहीं देता। अंतिम संस्कार में शामिल लोगों को मुंह पर कपड़ा रखकर काम चलाना पड़ रहा है। नदी में भी पूजन सामग्री आदि गंदगी जम रही है। यहां शिप्रा का जल आचमन करना तो दूर हाथ-पैर धोने लायक भी नहीं है। चक्रतीर्थ पर श्वान और सूअर दिनभर विचरण करते रहते हैं।  इन समस्याओं को लेकर उन्होंने कई मर्तबा क्षेत्रीय विधायक पारस जैन, पार्षद सोनू गेहलोत और नगर निगम की महापौर मीन जोनवाल को भी अवगत कराया लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहा है। अब इस संबंध में जल्द कोई कार्रवाई नहीं की गई तो पंडों द्वारा जनप्रतिनिधियों से लेकर निगम प्रशासन के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा।