लव जिहाद के निकाह को इस्लाम इजाजत नहीं देता-काजी सैयद अनस अली नदवी

भोपाल।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)   वैसे तो मध्यप्रदेश में लव जिहाद  रोकने के लिए भले ही कानून बन गया हो और इसके तहत कार्रवाई भी की जा रही हो, इसी बीच ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड की गत दिवस यानि सोमवार को भोपाल में हुई बैठक में बड़ा फैसला लिया गया। जिसमें फैसला लिया गया कि मध्य प्रदेश सहित पूरे देश में कहीं भी लव जिहाद नहीं होना चाहिए। यहां तक कि बोर्ड ने कहा हम देश की गंगा जमुनी तहजीब को कायम रखते हुए शांति चाहते हैं इस संबंध में बोर्ड ने काजियों को पत्र भी लिखा है।शहर काजी सैयद अनस अली नदवी ने कहा हमने निकाह कराने वाले सभी काजियों को पत्र लिखा है। लड़का लड़की के निकाह के समय पेरेंट्स की मौजूदगी होनी चाहिए है। एक धर्म वाले का दूसरे धर्म वाले से निकाह नहीं होता।

मध्य प्रदेश में कुछ ऐसी शिकायत आई है जिसकी हम जांच कर रहे हैं हमनें चिट्ठी में कहा है कि इस तरीके से निकाह नहीं कराएं यदि कोई इस तरह निकाह करता है तो हम उस पर सख्त कार्रवाई करेंगे। काजी सैयद अनस अली नदवी ने कहा इस तरह के निकाह को इस्लाम इजाजत नहीं देता कि आप शादी के लिए अपने मजहब को बदलें यह मुनासिब नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि कई मामलों में देखने में आया है कि सिर्फ निकाह का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए लोगों ने अपना नाम इस्लामी तरीके का रख लिया। इसमें लड़का और लड़की दोनों ही शामिल हैं। महज निकाह या इस्लामी पद्धति से विवाह करने के मकसद से किया गया धर्म परिवर्तन न तो मजहबी एतबार से दुरुस्त है और न ही इसे कानूनी मान्यता है।