अत्याधुनिक सुविधाओं वाली बस से करिए लंदन का सफर, 70 दिन में 18 देशों की सैर

नई दिल्ली:(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)  घूमने का शौक किसे नहीं होता. कुछ लोग कम दूरी की यात्रा करते हैं, तो कुछ दूर देशों की यात्रा करते हैं. यात्रा के जरिए लोग नई जगहों की सैर करते हैं, वहां के रहन-सहन, खानपान के बारे में जानकारी लेते हैं, खुद को तरोताजा करते हैं और ताउम्र के लिए एक याद बसा लेते हैं. कम दूरी का सफर तो बस, ट्रेन, कार इत्यादि से तय कर लिया जाता है, लेकिन दूर देशों की यात्रा के लिए फ्लाइट सबसे सहूलियत भरा होता है. अगर आपको कहें कि भारत से यूरोप के लिए बस से सफर कर सकते हो, तो यकीन नहीं होगा न, लेकिन ऐसा जल्द होने जा रहा है.

सितंबर से हो सकती है शुरू
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दिल्ली से लंदन के लिए बस सेवा शुरू होने वाली है. अत्याधुनिक सुविधाओं वाली यह लक्जरी बस सेवा की सितंबर से शुरू होने की उम्मीद है. इसके लिए भारत-म्यांमार बॉर्डर पर आवाजाही के सामान्य होने का इंतजार किया जा रहा है.

46 साल पहले भी शुरू हुई थी सर्विस
बता दें कि 46 साल पहले भी भारत से इस तरह की सेवा शुरू की गई थी, जिसे बाद में बंद कर दिया गया था. साल 1957 में एक ब्रिटिश कंपनी ने दिल्ली- लंदन-कोलकाता के बीच बस सेवा की शुरू की थी. कुछ साल बाद इस बस का एक्सीडेंट हो गया. इसके बाद एक ब्रिटिश यात्री ने डबल डेकर बस बनाकर दोबारा से सिडनी-भारत-लंदन के बीच बस सेवा शुरू की. वहीं, 1976 में इसे ईरान की स्थिति और भारत-पाक के तनाव को देखते हुए बंद कर दिया गया था.

सफर के लिए देनी होगी ये कीमत
एडवेंचर्स ओवरलैंड की ओर से संचालित इस ‘बस टू लंदन’ में सफर करने वाले यात्रियों को 20 हजार डॉलर यानी करीब 15 लाख रुपये का किराया देना होगा. हालांकि, इसमें टिकट, वीजा और रहने जैसी सभी सुविधाएं शामिल होंगी. यात्रा का सफर 70 दिनों का होगा. इस दौरान बस करीब 20 हजार किलोमीटर की दूरी तय करेगी. यात्रा रूट में यात्री 18 देशों से होकर गुजरेंगे.

इन देशों से होकर गुजरेगी बस
हालांकि, पहली वाली बस सर्विस में पाकिस्तान और अफगानिस्तान का रूट शामिल था. इस बार इन दोनों देशों को रूट से हटा दिया गया है. इनकी जगह बस अब दिल्ली से कोलकाता होते हुए म्यांमार पहुंचेगी. इसके बाद थाइलैंड, लाओस, चीन, किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, कजाकिस्तान, रूस, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड, चेक गणराज्य, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, फ्रांस के बाद लंदन पहुंचेगी.