हत्यारी चायना डोर ने ली छात्रा की जान,ये हादसा नहीं मर्डर है- कौशल 

उज्जैन, (स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) चाइना की डोर से कोचिंग जा रही 20 साल की छात्रा की शनिवार दोपहर मौत हो गई। प्रतिबंधित चाइना डोर से  गले की  नस कट गई व खून इतना बहा कि सड़क लहूलुहान हो गई और अस्पताल ले जाने पर उपचार शुरू करने से पहले ही छात्रा की मौत हो गई।

महिदपुर के कोकला खेड़ी गांव की रहने वाली 20 वर्षीय छात्रा नेहा आंजना इंदिरा नगर में अपने मामा के घर रहकर एमपीपीएस की तैयारी कर रही थी। शनिवार दोपहर वह अपनी बहन निकिता के साथ कोचिंग जा रही थी।इसी दौरान जीरो पॉइंट ओवर ब्रिज से गुजरते समय अचानक चाइना डोर उसके गले में फस गई और नेहा बदहवास होकर गिर पड़ी। उसके गले में डोर उलझी हुई थी और गले से खून बह रहा था। ब्रिज से गुजर रहे वाहन चालक रुक गए कुछ लोगों ने उसे ब्रिज से लगे हुए पाटीदार हॉस्पिटल पहुंचाया। निकिता भी घबराई हुई थी कुछ बोलने की स्थिति में नही थी उसने घर पर फोन लगाकर घटना बताई। डॉक्टरों ने घायल नेहा को उपचार के लिए ऑपरेशन थिअटर में पहुंचाया लेकिन उपचार देने से पहले ही नेहा ने दम तोड़ दिया।डॉक्टर्स का कहना था कि जख्म बहुत गहरा था और खून भी बहुत ज्यादा बह गया था।

कलेक्टर के निर्देश हवा में कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी आशीषसिंह ने 17 दिसम्बर को एक बैठक में निर्देश दिया था कि चायना डोर के क्रय -विक्रय पर धारा 144 के तहत आदेश जारी कर प्रतिबंध लगाया गया है जिसका  शासन -प्रशासन सख्ती से पालन करवाये पर इस के ठीक विपरीत पुरे शहर में चायना डोर बड़ी आसानी से उपलब्ध रही, सूत्रों के मुताबिक महाकाल थाना के तोपखाना क्षैत्र सर्वाधिक चायना डोर बेचीं गई जबकि यहाँ पुलिस बल चोबीसो घंटे मोजूद रहता है , परिणाम यह रहा की मकर संक्रान्ति पर 90 फ़ीसदी लोगो ने चायना डोर से पतंग उड़ाई |

पुलिस ने की थी दिखावटी कार्यवाही गत दिवस उज्जैन पुलिस ने दिखावटी कार्यवाही करते हुए चायना के मात्र 20 चकरी पकड़ कर अपने पीठ खुद अपने हातो से थप थपा ली और मिडिया के सहारे अखबारों की सुर्खी बनगए |

ये हादसा नहीं मर्डर है…  ये हादसा नहीं मर्डर है…क्योंकि घातक चाइना डोर पर बेन भर लगा देने से कुछ नहीं होता…बाज़ार में धड़ल्ले से ये खूनी डोर खरीदी बेची जा रही है…वाह वाही के लिए थोड़ी पकड़ा पकड़ी करके फोटो वीडियो छपवाभर लेने से काम नहीं होता….आज भी शहर के कई व्यापारियों के गोदाम में भरी पड़ी हैं ये खूनी डोर…लेकिन सब सेटिंग से व्यापार कर रहे हैं…जिम्मेदार ख़ुद बढ़ावा दे रहे इस रक्त रंजित डोर के व्यापार को…नगरनिगम के निकम्मे भी कम नहीं हैं….कार्यवाही नहीं कर रहे चलो मत करो कम से कम दूसरों से सबक ही ले लेते….शहर के पुलों के दोनों ओर ऊँचाई पर तार बांध कर लोगों को बचाया जा सकता है…लेकिन करे कौन?????? पत्रकार जय कौशल उज्जैन (म.प्र.)

सांप निकल गया और पुलिस अब लकीर पिट रही पुलिस ने प्रतिबंधित चाइना डोर बेचने वालों की एक बार फिर धरपकड़ शुरू कर दी है। सीएसपी विनोद मीणा ने कहा है कि चाइना डोर बेचने और उपयोग करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।