पुष्प के समान परमार्थ जैसा हो जीवन- संत अभिरामदास जी

उज्जैन। (स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)  मनुष्य का जीवन पुष्प के समान होना चाहिए। पुष्प धूप, वर्षा, और सर्दी सहन करता है लेकिन निरपेक्ष भाव से सभी को समान रूप से बिना भेद किए अपनी सुगंध प्रदान करता है। जो व्यक्ति पुष्प की इस सीख का अनुसरण करता है, खुद कष्ट में होने के बाद भी समाज के लिए समभाव से समर्पित रहता है, उसकी स्थिति मनुष्यों के बीच पुष्प के समान ही बन जाती है।

यह उद्गार श्री रामानंद आश्रम मंगलनाथ मार्ग पर संत महामंडलेश्वर 1008 स्वामी श्री अभिरामदास जी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। संत श्री के कर कमलों से आश्रम परिसर में श्री रामानंद फिजियो थैरेपी सेंटर का लोकार्पण किया गया। इस सेंटर पर गरीब, जरूरतमंद, निम्न आय वर्ग के रूग्ण नागरिकों को फिजियों थैरेपी की सेवा प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर संत अभिरामदास जी ने कहा कि समाज की विषमताएं दूर होना चाहिए। सभी के अभ्यूदय की भावना हमेशा मन में रहना चाहिए।

शनिवार को लोकार्पित श्री रामानंद फिजियों थैरेपी सेंटर का संचालन महामंडलेश्वर स्वामी अभिरामदास जी त्यागी की मंशा के अनुरूप परमार्थिक प्रकल्प के रूप में होगा। सेंटर पर कई अत्याधुनिक मशीनें लगाई गई है। यहां डा. हिम्मत जनागल अपनी टीम के साथ फिजियों थैरेपी सेवा प्रदान करेंगे। श्री रामानंद फिजियों थैरेपी सेंटर पर इलेक्ट्रोपैथी और एक्सरसाइज पैथी दोनों ही तरह से सेवाएं दी प्रदान की जाएंगी।

लोकार्पण अवसर पर शिक्षाविद् श्री राजेंद्र शर्मा का उनके जन्मदिवस के अवसर पर अभिनंदन किया गया। आयोजन में प. सुलभ शर्मा जानी गुरू, प. सुरेंद्र चर्तुवेदी आदी प्रमुख रूप से उपस्थित थे। उपस्थित महानुभवों का आश्रम की ओर से महंत श्री मुनिशरण दास जी, नगर निगम पूर्व अध्यक्ष सोनू गेहलोत, एड्वोकेट अजय गिरिया, पुष्पेंद्र शर्मा, दीपक सांखला आदी ने स्वागत किया।