उज्जैन,(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) संत काली महाराज की गिरफ्तारी पर संत समाज सहित देश के कई हिंदूवादी संगठनों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए विरोध जताया है | साथ ही मध्यप्रदेश के गृहमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने भी छत्तीसगढ़ सरकार को आड़े हाथ लिया है|
परमहंस डॉ अवधेशपुरी महाराज स्वस्तिकपीठाधीश्वर एवं पूर्व महामंत्री – अखाड़ा परिषद उज्जैन ने बताया कि संत कालीचरण जी महाराज पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा लगाकर उनको अंदर कर दिया गया है मैं कहना चाहता हूं उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्दों का प्रयोग किया इसलिए आप ने उन पर तुरंत राष्ट्रद्रोह का मुकदमा लगाया परन्तु पूरा देश यह जानना चाहता है कि मुलायम सिंह ने भारत माता को डायन कहा था, दिग्विजयसिंह ने भगवा को आतंकवाद कहा, कांग्रेस के कुछ नेताओं ने हिंदुत्व की तुलना आईएसआई से की थी, आए दिन अनेकों अनेक अभिनेता देवी और देवताओं के ऊपर ऐसी पिक्चर बनाते हैं जिससे समस्त हिंदुओं की भावना आहत होती है आए दिन गौ माता का अपमान किया जाता है, इस धरती पर महात्मा गांधी का ही सम्मान है भगवा का कोई सम्मान नहीं, गौमाता का कोई सम्मान नहीं, क्या भारत के झंडे का कोई सम्मान नहीं ,क्या भारत माता का कोई सम्मान नहीं ,क्या इस देश के प्रधानमंत्री का कोई सम्मान नहीं, अगर है तो उन लोगों का अपमान करने वालों पर राष्ट्रद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं लगाता
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हिंदू महासभा और गोरक्षा न्यास ने जताई नाराजगी
उज्जैन। अखिल भारत हिंदू महासभा और मध्य प्रदेश युवा शिवसेना गोरक्षा न्यास द्वारा राष्ट्रभक्त संत काली महाराज की गिरफ्तारी को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार और महाराष्ट्र सरकार पर काफी नाराजगी व्यक्त की है।
हिंदू महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मनीष सिंह चौहान ने कहा कि भारत की पावन भूमि पर खुले मंच से हिंदुओं को जान से मारने की धमकी देना, भारत माता को अपशब्द कहना, देश के बंटवारे में खुलेआम समर्थन करने वाले देश के दो टुकड़े कराने वाले महान क्रांतिकारी सुखदेव भगत सिंह राजगुरु की फांसी में योगदान करने वाले आज देश के महान हो चुके हैं और जो भारत माता को गाली बकते हैं वह खुलेआम देश में घूमते हैं। काली महाराज को गिरफ्तार करके सरकार ने साबित कर दिया है कि देशभक्त की कोई जरूरत नहीं है इस देश में संत समाज इससे नाराज है। हिंदू महासभा और गोरक्षा न्यास तत्काल काली महाराज की रिहाई की मांग करता है तथा उन पर लगाए गए सरकार को वापस लेना चाहिए। एक बड़े संत पर धर्म संसद में दिए गए बयान पर छत्तीसगढ़ सरकार ने मामला दर्ज किया। उसके बाद महाराष्ट्र सरकार ने भी उनके खिलाफ मामला दर्ज किया इसकी हम निंदा करते हैं। सर्वप्रथम जम्मू से लेकर कन्याकुमारी तक विधर्मी लोग रोज भारत में रहकर अपशब्द का प्रयोग करते हैं राष्ट्रद्रोह करते हैं। वह लोग खुलेआम घूमते हैं। मंच से प्रधानमंत्री मोदी यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जैसे व्यक्तियों को धमकी देते हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करने में सरकार सोचती होगी। देशभक्त संत की गिरफ्तारी की हम कड़ी निंदा करते हैं अगर गिरफ्तार करना है तो वह भारत विरोधियों को करो जो भारत में रहकर भारत-पाकिस्तान मैच में भारत की हार पटाखे फोड़ते हैं, जो गौ हत्या करते हैं, आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं जो आर्मी पर पथराव करते हैं लेकिन ऐसे लोगों के केस वापस लिए जाते हैं। जम्मू कश्मीर सरकार ने 10,000 से ज्यादा पत्थरबाजों पर के वापस लिए थे जिन्होंने देश की रक्षा करने वाले आर्मी जवानों पर पथराव करा था। बड़ी विडंबना है भारत विरोधी खुलेआम घूमता है, भारत माता के सपूत को जेल जाना पड़ता है इसकी हम कड़ी निंदा करते हैं और संत काली महाराज को तुरंत रिहा करने की मांग करते हैं।