महाकाल क्षेत्र में चल रहे विस्तारीकरण पर विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल की बैठक संपन्न

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी)   धार्मिक नगरी उज्जैन की कई प्रमुख समस्याओं व मुद्दों को लेकर बुधवार को चारधाम मंदिर के प्रवचन हॉल में विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक में हिंदू समाज के लोगों सहित व्यापारी वर्ग भी शामिल हुआ। विहिप व बजरंद के पदाधिकारियों ने हिंदू समाज के आम लोगों के साथ कई प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की गई। प्रमुख रूप से महाकाल क्षेत्र में चल रहे विस्तारीकरण पर बात हुई।  लोगों ने कहा कि यदि 70 मीटर के दायरे में विस्तारीकरण होता है तो वर्ग विशेष के लोग महाकाल मंदिर के मुख्य द्वार पर आ जाएंगे। मंदिर क्षेत्र से 200 मीटर के दायरे में आ रही मांस, मदिरा की दुकानें बंद करना चाहिए। शहर के विभिन्न स्थानों पर वर्ग विशेष द्वारा बांग्लादेशी मुसलमानों को लगातार बसाया जा रहा है। जिससे कभी भी शहर का माहौल खराब हो सकता है। मंदिर क्षेत्र के आसपास होटल, लाज, रेस्ट हाउस जो कि मुस्लिम वर्ग के हैं लेकिन उनके साइन बोर्ड पर हिंदू नाम लिखे हैं जिसकी वजह से बाहर से आने वाले श्रद्धालु भ्रमित होकर उनमें बुकिंग कर लेते हैं। बाद में उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता है तथा वहां पर मांस, मदिरा का भी सेवन होता है जिससे धार्मिक आस्था पर आघात होता हैं। बाहर से आने वाले श्रद्धालु उज्जैन की गलत छवि लेकर जाते हैं। बैठक में विहिप के प्रांत संगठन मंत्री नंद दास दंडोतिया ने जिज्ञासाओं का समाधान किया तथा हिंदू समाज से एक होकर उक्त विषयों पर विरोध दर्ज करने के लिए कहा तथा संगठन की ओर से  विश्वास दिलाया कि वे राज्य सरकार से इस विषय में चर्चा कर उचित समाधान निकालने का प्रयास करेंगे। बैठक में मुख्य रूप से विहिप के मालवा प्रांत मंत्री सोहन विश्वकर्मा, विभाग संगठन मंत्री वासुदेव पंड्या, विभाग मंत्री महेश तिवारी, प्रांत सह मंत्री विनोद शर्मा, ग्रामीण जिला अध्यक्ष विष्णु पाटीदार, उज्जैन महानगर उपाध्यक्ष मुकेश रघुवंशी, जिला मंत्री मनीष रावल, जिला संयोजक अंकित चौबे, जिला सह संयोजक पिंटू कौशल, जिला सह मंत्री सागर गुजराती व जसवंत सिंह ठाकुर, महेश यादव, राम ओरा, रोहित शेखावत, महेंद्र सिंह बघेल आदि कार्यकर्ता और मातृशक्ति तथा हिंदू समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। बैठक के समापन में संगठन ने 15 दिन में उक्त विषयों पर विचार कर उचित समाधान नहीं निकालने पर हिंदू समाज के साथ मिलकर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी।