उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण कानून का प्रदेश में दुरुपयोग हो रहा है। सपाक्स के जे.आर. माहुरकर, एडवोकेट ने जानकारी देते हुए बताया कि कानून की आड़ में कुछ लोग सामान्य, पिछड़ा वर्ग के लोगों को बेवजह परेशान कर रहे हैं। इस आशय का मंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। जिसमें इस तरह के कानून को खत्म करने की मांग की गई। श्री माहूरकर ने बताया कि विगत दिनों चुरहट सामूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ डॉ. शिवम मिश्रा के खिलाफ स्थानीय नर्स द्वारा एससी/एसटी एक्ट में झूठा प्रकरण दर्ज कराया गया था। जिससे डॉ. शिवम मिश्रा को मानसिक प्रताड़ना हुई। इससे क्षुब्ध होकर डाक्टर ने आत्महत्या कर ली। जांच में प्रकरण झूठा पाया गया। ज्ञापन बताया कि ऐसे अपराधों से मानसिक वेदना एवं समाज में अपमानित होते हैं। यह कानून 80 प्रतिशत समाज पर लागू है और विगत 29 वर्षों में इस कानून का लगातार दुरुपयोग होता रहा है जिस कारण कई निर्दोष अपमानित हुए और आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर किया गया। जिससे परिवार दु:खी हुए ऐसा कानून जो राष्ट्रहित में नहीं है उसे तत्काल समाप्त किया जाना चाहिए। झूठी शिकायत दर्ज करवाने वाली नर्स जिसने डॉक्टर के विरुद्ध अपराध दर्ज करवाया। उसके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करने व मृतक डॉक्टर के परिवार को शासकीय नौकरी दी जावे और आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करवाई जावे। इस संबंध में सपाक्स पार्टी द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया। इस दौरान सपाक्स पार्टी के संयोजक जियालाल शर्मा, अध्यक्ष चन्द्रशेखर पाटीदार, जे.आर. माहुरकर, पं. अजित पंडित, गणेश प्रसाद तेजसिंह, राजेश मेहता, अशोक दुबे, रविन्द्रसिंह, अब्दुल अलील, लक्ष्मीनारायण सोलंकी, भगवानलाल शर्मा, आशुतोष शास्त्री, यशवन्त पंवार, शिवाजी शिन्दे, धर्मेन्द्र कराड़े, नंद किशोर, शब्बीर हुसैन बोहरा, के.सी. दवे, पी.पी. त्रिपाठी, शनि दयालपुरी, अजयकुमार जैन, जितेन्द्र शर्मा, डॉ. रामलखन, यशवन्त भार्गव, पं. सुशील शर्मा, विवेक जादौन आदि उपस्थित थे।
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September 19, 2024
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