उज्जैन-(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) संभागीय आई टी आई संस्थान उज्जैन में आज स्टेनोग्राफी की पूरक एग्जाम के समय में फेरबदल से परीक्षार्थी परेशान हुए|
एक परीक्षार्थी के पलक शंकरलाल अहिरवार ने बताया कि औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान उज्जैन में सुबह 9:30 से 12:30 बजे को होना थी जिसमें प्रिंसिपल विवेक मिश्रा की मिलीभगत एवं अपने हिसाब मनमाने तरीके से परीक्षा ली जिसके कारण पूरक के कई परीक्षार्थी को परेशानी का सामना करना पड़ा, टाइम टेबल के अनुसार समय था 9:30 बजे से था जबकि छात्र के बताएं अनुसार 11:00 बजे प्रारंभ की गई और बार-बार प्रिंटर की खराबी बताकर अपनी जालसाजी से अपने अनुसार परीक्षा ली गई, लगभग 2:00 बजे तक बच्चों से परीक्षा ली गई तथा प्रिंसिपल विवेक मिश्रा और मैनेजमेंट के कुछ शिक्षक गणों ने परीक्षा का ध्यान नहीं दिया उसका मजाक बना दिया गया,
लक्ष्मी अहिरवार नामक विद्यार्थी ने अपनी स्टेनो की पूरक परीक्षा देने उपस्थित हुई थी , लक्ष्मी अहिरवार को 2:00 बजे महारानी लक्ष्मीबाई शास. कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सराफा उज्जैन में अपनी 12वीं की पूरक परीक्षा देना थी इस हेतु बच्ची ने बार-बार परीक्षा लेने वाले शिक्षक से निवेदन किया कि मेरी परीक्षा समय से ले लीजिए मुझे 2:00 बजे सराफा हाई सेकेंडरी कन्या शाला विद्यालय चार धाम मंदिर पर एग्जाम देने जाना है बार-बार 2 मिनिट रुको करते करते बच्ची की एक न सुनी उसके पश्चात लक्ष्मी अहिरवार के पालक ने 1:41 पर जाकर चर्चा की एवं प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल को संपर्क किया उस पर प्रभारी मंत्री के एसडी अभिषेक तिवारी से संपर्क होने पर बच्ची की प्रिंसिपल को सर्राफा कन्या शाला में परीक्षा होना बताने पर संभागीय (ITI) औद्योगिक परीक्षा केंद्र के प्रिंसिपल विवेक मिश्रा द्वारा 1:50 पर परीक्षा ली गई
अहिरवार ने आरोप लगाया की इस प्रकार से मनमाने तरीके से परीक्षा जैसा गंभीर विषय को संभागीय ITI (औद्योगिक प्रशिक्षण) संस्थान/उज्जैन के प्रिंसिपल द्वारा मनमाने तरीके से विद्यार्थियों से परीक्षा लेना एवं कंप्यूटर, प्रिंटर की मिस्टेक बता कर अपने तरीके से परीक्षा दिलाना इसका कहीं संकेत यह होता है कि अपने-अपने चहते को परीक्षा में अपने तरीके से परीक्षा दिलाना और पास करना होता है इसकी गंभीरता से जांच होना चाहिए प्रिंसिपल एवं स्टाफ से लक्ष्मी अहिरवार के पालक ने चर्चा की एवं प्रभारी मंत्री के ओएसडी से बात की तो प्रिंसिपल विवेक मिश्रा ने उन्हें भी भ्रमित करते हुए गलत जानकारी दी और कहा कि 10 से 5 बजे तक कभी भी हम परीक्षा ले सकते है ऐसा नही उनका कहना है यही नियम हैं ऐसे परीक्षा जैसे गंभीर विषय को अपने मन माने तरीक़े से शासकीय संस्थान को चलाने वाले प्राचार्य को तुरंत हटाना चाहिए एवं जिलाधीश महोदय तथा विभागीय अधिकारियों को इस विषय पर कड़ा संज्ञान लेना चाहिए एवं परीक्षा किस समय की ली गई और लेट होने के कारण की जांच होना चाहिए !
