क्या है पूरा मामला?
उज्जैन के बसंत विहार में रहने वाली 50 वर्षीय महिला सरोज पति कुंदन माली उज्जैन में अकेली रहती थीं,उनके पति की मौत हो चुकी है और वह रिटायर्ड फौजी थे। महिला के बच्चे बाहर काम करते हैं। महिला बीमार होने पर इलाज के लिए 12 अगस्त को उज्जैन से नागदा अपनी बहन के घर पहुंची थी। इसी दिन शाम को आरोपी महिला का एक ने अपने आपको बिरला ग्राम थाने का पुलिसकर्मी बताते हुए कॉल किया और कहा कि मछली और कछुए घर में पालने को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। इस दौरान एक युवक ने भी कॉल कर बताया कि उसे भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया था। यह सुन सरोज डर गई और उसने अपने गहनों को गिरवी रखकर 5 लाख 9 हजार रुपए बदमाशों के दे दिए। महिला को अपने साथ हुई ठगी का अहसास होते ही वह पुलिस के पास पहुंची ओर शिकायत दर्ज कराई।
महिला ने पुलिस को की शिकायत
पुलिस ने बताया कि ठगी का अहसास होते ही 15 अगस्त को उज्जैन निवासी सरोज माली पति कुन्दनलाल माली उम्र 50 वर्ष ने थाना बिरलाग्राम पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। आरोपी राजेश उर्फ राज ने अपनी महिला साथी एवं एक अन्य व्यक्ति के साथ मिलकर क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर बनकर फोन लगाया और जेल में डालने एवं नागदा से उठवाने की धमकी देकर कुल 5 लाख 9 हजार रुपए अवैध रूप से वसूल लिए। शिकायत में कहा गया कि 12 अगस्त की शाम 6 बजे आरोपीयों ने फर्जी क्राईम ब्रांच इंस्पेक्टर बनकर दिनांक 14 अगस्त 25 तक के बीच कुल 40 घंटो तक डिजिटल अरेस्ट रखा। इसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी पड़ताल की तो उसकी पहचान राजेश उर्फ राज के रूप में हुई। पुलिस ने राजेश उर्फ राज ग्राम गुणावद और युक्ति बैरागी निवासी रतलाम व एक अन्य साथी को स्टेशन के पास कॉल डिटेल के आधार पर गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों को किया गिरफ्तार नगद रुपये जब्त
थाना बिरलाग्राम पुलिस टीम ने आरोपी राजेश उर्फ राज को ग्राम गुणावद से गिरफ्तार किया। उससे 1 लाख रुपये नगद एवं घटना में प्रयुक्त मोबाइल बरामद किए गए वंही आरोपी बलराम जाट निवासी ग्राम गुणावद को गिरफ्तार कर उससे 89 हजार नगद एवं मोबाइल जप्त किया गया। इसके बाद में आरोपिया युक्ति बैरागी निवासी नेहरू नगर, रतलाम को गिरफ्तार कर उससे 1 लाख नगदी एवं मोबाइल बरामद किए गए। अब तक की कार्यवाही में कुल 2 लाख 89 हजार रुपये नगद एवं 3 मोबाइल जप्त किए गए हैं। बचे हुए समान ओर नगद की राशि हेतु पुछताछ जारी है।