महाकालेश्वर मंदिर में अति विशिष्ट, महामंडलेश्वर सहित कई रसूखदार लोग भी गर्भगृह में प्रवेश करते हैं,  आम भक्तों के प्रवेश पर लगी रोक के खिलाफ दायर याचिका का अभा पुजारी महासंघ ने किया समर्थन

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में पिछले 4 वर्षों से आम भक्तों का गर्भगृह में प्रवेश बंद है लेकिन अति विशिष्ट और महामंडलेश्वर आदि का प्रवेश जारी है। इसी दौरान गर्भ ग्रह में प्रवेश बंद के दौरान कई रसूखदार लोग भी गर्भगृह में प्रवेश करते हैं।

अखिल भारतीय पुजारी महासंघ के राष्ट्रीय सचिव रूपेश मेहता ने बताया कि श्रीमहाकालेश्वर मंदिर गर्भगृह में आम भक्तों के प्रवेश पर लगी रोक के खिलाफ दायर हुई याचिका का अ. भा. पुजारी महासंघ समर्थन करता है क्योंकि पिछले तीन वर्षों से पुजारी महासंघ द्वारा श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति को पत्र भेजकर आम भक्त को गर्भगृह में प्रवेश की मांग की जाती रही हैं साथ ही सुलभ दर्शन के लिए कई बार सुझाव भी दिए गए की वीआइपी के नाम पर गर्भगृह में किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाए या ऐसी नीति बनाई जाए जिसके तहत आम भक्त भी गर्भगृह में जाकर बाबा महाकाल के दर्शन कर सकें, भले ही इसके लिए शुल्क ओर समय निर्धारित कर दिया जाए या श्री सोमनाथ ज्योतिर्लिंग की तर्ज पर किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाए। क्योंकि प्रभावी लोग तो अपने प्रभाव और रसूख का इस्तेमाल कर गर्भगृह में आसानी से प्रवेश पा रहे हैं, लेकिन हजारों किमी दूर से आने वाले आम भक्त गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति नहीं होने से बाहर से दर्शन करने को मजबूर हैं।
मंदिर समिति के नियमानुसार गर्भगृह में केवल विशिष्ट, अतिविशिष्ट ओर महामंडलेश्वर प्रवेश करते हैं लेकिन पिछले 3 वर्षों से एक व्यक्ति प्रमोद शर्मा जो पूर्व में किसी बैंक में कार्यरत था, किसी ना किसी उच्च अधिकारी द्वारा मंदिर समिति पर दबाव बनाकर गर्भगृह से जल चढ़ाने की सुविधा प्राप्त कर लेता हैं, एक साधारण व्यक्ति को गर्भगृह से जल चढ़ाने की सुविधा कैसे मिल जाती हैं? इसी प्रकार गर्भगृह में वीआइपी के नाम पर अपात्र लोगों को प्रवेश दिया जा रहा है जो अनुचित है जिससे मंदिर की मर्यादा और प्रतिष्ठा धूमिल हो रही हैं।

सांकेतिक चित्र-