श्री कृष्ण मित्र विंदा धाम पर जन्माष्टमी पर्व पर भव्य आयोजन , दिल्ली के साधो बेंड द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी जाएगी 

उज्जैन,(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) उज्जैन से भगवान श्री कृष्ण का है गहरा नाता है। शास्त्रों में यहाँ भगवान श्री कृष्ण के तीन अलग अलग सम्बन्ध बताए गए है। श्री कृष्ण की बुआ राजाजी देवी उज्जैन से ही है, दूसरा श्री कृष्ण की शिक्षा स्थली और गुरु सांदीपनी का भी यहाँ स्थान हे और तीसरा गहरा नाता यह है की श्री कृष्ण उज्जैन के जमाई है, यहाँ की राजकुमारी मित्र विंदा उनकी पांचवी पटरानी है। इस प्रकार उज्जैन श्री कृष्ण का ससुराल भी है । उज्जयिनी के राजा जयसेन की पुत्री मित्रविंदा से श्री कृष्ण का विवाह हुआ था।
श्री गिरीश गुरु जी “बालक” जी ने बुधवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में बताया कि धर्मनगरी उज्जैन में भैरवगढ़ रोड पर शिप्रा नदी के किनारे भगवान श्री कृष्ण का ससुराल अर्थात मित्रविंदा धाम मंदिर बना हुआ है। यहाँ भगवान कृष्ण और मित्रविंदा की आकर्षक प्रतिमा विद्यमान है। प्रतिवर्ष यहाँ जन्माष्टमी पर्व पर भव्य आयोजन होते है। इसी कड़ी में इस वर्ष 16 अगस्त शनिवार को जन्माष्टमी पर्व पर सुबह पंचामृत अभिषेक होगा । शाम 5 बजे से मंदिर के पट खुलेंगे और सतत दर्शन होंगे। यहाँ दिल्ली के साधो बेंड द्वारा शाम 7 बजे भजनों की प्रस्तुति शुरू की जाएगी जो की रात्रि तक जारी रहेगी। शाम 7 बजे से ही फलहारी प्रसाद का वितरण होगा। रात्रि 12 बजे महा आरती होगी ।
मोर पंख वितरित – शाम 7 बजे से प.पू. श्री गिरीश गुरु जी “बालक” और प.पू. श्री भविष्य गुरु जी “बालक सूनु” द्वारा भक्तो को प्रसाद स्वरुप अभिमंत्रित मोर पंख वितरित किए जाएँगे