27 जून को उज्जैन में निकलेगी इस्कॉन की 19वीं भगवान जगन्नाथ रथ यात्रा,तीन रथों पर नगर भ्रमण पर निकलेंगे बलरामजी, सुभद्राजी, जगन्नाथजी

उज्जैन।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) विक्रमादित्य शोध संस्थान एवं फेडरल बैंक के संयुक्त तत्वावधान में इस्कॉन-उज्जैन द्वारा भगवान जगन्नाथ की 19वीं रथ यात्रा का 27 जून को निकाली जाएगी। यह रथयात्रा इस वर्ष विशेष रूप से भव्य और ऐतिहासिक होने जा रही है क्योंकि इस बार एक नहीं, तीन रथों तालध्वज (बलराम जी), दर्पदलन (सुभद्रा जी) और नंदीघोष (जगन्नाथजी) के साथ रथ यात्रा नगर भ्रमण हेतु निकलेगी।

रथों की ऊँचाई 21 से 25 फीट तक होगी। साथ ही झांकियां, घोड़े, हाथी, बैलगाड़ी, लाइव प्रसारण वैन एवं नृत्य मंडलियों के साथ भव्य शोभायात्रा आकर्षण का केंद्र रहेगी। नगर के प्रमुख मार्गों पर सत्कार मंच, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ अहीर, गोंड व कोरकू जनजातीय नृत्य करते चलेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रथयात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में रहेंगे। डॉ. यादव रथ का विधिवत पूजन कर अगवानी करेंगे। यात्रा मंडी चौराहा से प्रारंभ होकर चामुंडा माता चौराहा, टावर, तीन बत्ती, देवास रोड होती हुई कालिदास अकादमी स्थित गुंडिचा पहुंचेगी।
कालिदास अकादमी परिसर में भव्य गुंडिचा मंदिर की स्थापना होगी। जहां गुंडिचा उत्सव व सांस्कृतिक पर्व 27 जून से 5 जुलाई तक मनाया जाएगा। प्रतिदिन आरती, कथा, कीर्तन, प्रसाद वितरण व सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ होंगी। मैथली ठाकुर सहित राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों की प्रस्तुति होंगी। भगवान 7 दिनों तक गुंडिचा मंदिर में विश्राम करेंगे, 5 जुलाई को वापसी रथ यात्रा निकाली जाएगी।
मध्यप्रदेश में 42 स्थानों पर निकाली जाएगी इस्कॉन द्वारा रथ यात्राएं
2007 में भक्ति चारु स्वामी महाराज द्वारा प्रारंभ की गई रथ यात्रा आज वैश्विक पहचान बना चुकी है। उज्जैन में भगवान जगन्नाथ की यह उपस्थिति एक ऐतिहासिक पुनर्मिलन है। जहाँ सतयुग के इंद्रद्युम्न महाराज की राजधानी थी, वहीं आज रथ खिंचता है। इस वर्ष मध्यप्रदेश के 42 स्थानों पर इस्कॉन द्वारा रथ यात्राएं आयोजित की जा रही हैं, जो 26 जिलों को कवर करेंगी इस्कान उज्जैन के भक्ति प्रेम स्वामी महाराज के मार्गदर्शन में 34 जगह पर रत्यात्राओं का प्रवर्तन होगा। इस बार रथ यात्रा “पर्यावरण संरक्षण एवं समरसता के संदेश“ के साथ निकलेगी। जिसमें सभी श्रद्धालुजन एवं नगरवासी इस दिव्य एवं ऐतिहासिक रथ यात्रा में सहभागी बनने।