आरएसएस का ‘गण गीतम’ गाए जाने से विवाद,कांग्रेस ने की ऐक्शन की मांग 

नई दिल्ली ।(स्वदेश mp न्यूज़… राजेश सिंह भदौरिया बंटी) केरल के कोल्लम जिले में मंदिर में आयोजित संगीत समारोह के दौरान आरएसएस का ‘गण गीतम’ गाए जाने से विवाद पैदा हो गया है। कांग्रेस ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। यह गाना रविवार की सुबह मंदिर में आयोजित ‘गण मेला’ के दौरान एक पेशेवर संगीत मंडली के सदस्यों की ओर से प्रस्तुत किया गया था। पुलिस के अनुसार, यह भी आरोप है कि उत्सव के सिलसिले में मंदिर परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के झंडे लगाए गए थे।

विधानसभा में विपक्ष के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि मंदिर उत्सव के दौरान ‘आरएसएस गणगीथम’ का गायन ‘गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने टीडीबी से इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया। सोशल मीडिया पर भी इस मामले की खूब चर्चा हो रही है और लोग इसे लेकर अपनी-अपनी राय जाहिर कर रहे हैं। वीडी सतीशन ने यह भी आरोप लगाया कि संघ परिवार के समर्थन से देशभर में ईसाई समुदाय के लोगों और उनके गिरजाघरों पर हमले हो रहे हैं। मध्य प्रदेश के जबलपुर में ईसाई पादरियों पर दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के हमले के पीड़ितों में से एक पादरी डेविस जॉर्ज के घर का उन्होंने दौरा किया। इसके बाद उन्होंने कहा कि पादरी जॉर्ज और अन्य लोगों को इन हमलों के तहत निशाना बनाया गया।

पादरियों पर हमलों का भी किया जिक्र

सतीशन ने ओडिशा में हुई एक ऐसी ही घटना का हवाला दिया, जहां पुलिस ने एक गिरजाघर में प्रवेश किया और एक पादरी व उसके साथी पर हमला किया। उन्होंने बताया कि पादरी का साथी गंभीर रूप से घायल हो गया है और फिलहाल अस्पताल में भर्ती है। सतीशन ने यह भी बताया कि आरएसएस के मुखपत्र ‘ऑर्गनाइजर’ में वक्फ संशोधन विधेयक के बाद ईसाइयों के स्वामित्व वाली 7 करोड़ हेक्टेयर भूमि को फिर से प्राप्त करने का आह्वान किया गया था। साथ ही, केंद्र सरकार से कार्रवाई करने का आग्रह किया गया था। कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इस तरह के हमले कई राज्यों में हो रहे हैं, जिनमें कई पादरी जेल में बंद हैं। उन्होंने दावा किया कि जब ईसाइयों के खिलाफ शिकायत दर्ज की जाती है तो उन्हें धर्मांतरण विरोधी कानूनों के तहत जेल भेजा जाता है।